शिवपुरी । मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले के बैराड़ निवासी एक निजी स्कूल संचालक की बेटी का राजस्थान के कोटा शहर से अपहरण का सनसनीखेज मामला सामने आया है। बदमाशों ने पिता के मोबाइल पर फोटो डालकर 30 लाख रुपए की फिरौती मांगी है। बदमाशों ने एक बैंक खाता भी छात्रा के पिता को दिया है। कोटा की विज्ञान नगर थाना पुलिस ने अज्ञात पर अपहरण का मामला दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। जानकारी के मुताबिक निजी स्कूल संचालक रघुवीर धाकड़ की 18 साल की बेटी काव्या पिछले 6 महीने से कोटा राजस्थान में नीट की तैयारी कर रही है। सोमवार की शाम रघुवीर धाकड़ के पास मोबाइल पर उसकी बेटी के हाथ पैर बंधे हुए फोटो आए और फोटो भेजने वाले ने मैसेज में बताया कि हमने तुम्हारी बेटी का अपहरण कर लिया है। बेटी को जिंदा देखना चाहते हो तो 30 लाख रुपए की व्यवस्था कर दो। बदमाश ऑनलाइन बैंक खाता नंबर भी दिया है। रघुवीर धाकड़ ने बदमाशों से कहा कि वह इतनी जल्दी इतना पैसा इकट्ठा नहीं कर पाएगा।
शिवपुरी के पास कुछ इनपुट
घटना के बारे में पुलिस को बता रहा है। इस पर बदमाशों ने जवाब दिया कि तुमको जिसे बताना है, बता दो, पैसा तो देना पड़ेगा नहीं तो हम तुम्हारी बेटी को मार देंगे। रघुवीर परिवार के साथ देर रात कोटा पहुंचे और वहां की पुलिस से बात करते हुए पूरी घटना बताई। मामले में पोहरी एसडीओपी सुजीत सिंह भदोरिया से फोन पर बात की तो उन्होंने बताया कि हम लगातार कोटा पुलिस के संपर्क में है। हमारी कहीं भी जरूरत होगी तो हम पूरी मदद करेंगे। शिवपुरी से भी कुछ इनपुट हमारे पास है उस पर भी हम काम कर रहे हैं।
फोटो भेजने वाले ने मैसेज में लिखा था
रघुवीर की बेटी को किडनैप कर लिया गया है। उसे जिंदा छोड़ने के एवज में 30 लख रुपए की फिरौती मांगी गई है। मैसेज भेजने वाले ने बैंक खाते की डिटेल भी भेजी है। सोमवार शाम तक रुपए जमा करने को कहा था। मैंने इतने रुपए नहीं होने और बंदोबस्त करने के लिए समय मांगा। इसके बाद मैसेज भेजने वाले ने बेटी को जान से मारने की धमकी दी। मैंने फौरन कोटा पुलिस को मामले की जानकारी दी। पुलिस को फोटो और मैसेज भेजकर मैं खुद शिवपुरी से कोटा के लिए रवाना हो गया। सोमवार रात को मैं कोटा पहुंच गया था।
रघुवीर ने रिपोर्ट में बताया
बेटी को सितंबर 2023 में नीट की तैयारी के लिए कोटा छोड़कर गए थे। विज्ञान नगर इलाके में स्थित एक कोचिंग संस्थान में उसका एडमिशन करवाया था। इसी इलाके में उसे रूम भी दिलवाया था। आखिरी बार बेटी दीपावली पर घर आई थी। उससे रोज फोन पर बात होती थी। रविवार रात को भी बेटी की उसकी मां से बात हुई थी। तब उसने एग्जाम देकर आने की बात कही थी।
कोचिंग संस्थान ने कहा- नहीं था रजिस्ट्रेशन
पीडब्ल्यू कोचिंग के कोटा हेड दिनेश जैन ने बताया- लड़की के नाम (काव्या धाकड़) से कोचिंग में कोई रजिस्ट्रेशन नहीं है। उधर, लड़की के पिता रघुवीर ने कहा कि काव्या का एडमिशन उन्होंने कोचिंग में कराया था। अब कोचिंग संस्थान इससे इनकार कर रहा है। काव्या टेस्ट देने गई थी। टेस्ट के लिए कोचिंग से मैसेज आया था। इसको लेकर कोचिंग प्रबंधन ने कहा कि कोचिंग से मैसेज नहीं भेजा गया है। कोचिंग संस्थान प्राइवेट नंबरों से मैसेज नहीं भेजता है। ऐसे में पूरी घटना को लेकर कई सवाल खड़े हो रहे हैं। दूसरी ओर, हॉस्टल संचालक पारस कुमार ने भी काव्या के अपने यहां रुकने की बात से इनकार किया है। उन्होंने साफ कहा कि काव्या नाम की लड़की कभी हॉस्टल आई ही नहीं है।
मैसेज भेजने वाले तक पहुंचे पुलिस के हाथ
मामले में पुलिस के हाथ कई अहम सुराग लगे हैं। कोटा शहर एसपी अमृता दुहान ने बताया कि पुलिस टीमों का गठन कर मामले की जांच में लगा दिया गया। सोमवार देर रात घरवाले कोटा पहुंचे। सूत्रों के अनुसार जयपुर के सिंधी कैंप से एक युवक को राउंड अप भी किया गया है। उससे अभी पुलिस जानकारी जुटा रही है।