लखनऊ । उत्तर प्रदेश सिपाही भर्ती पेपर लीक मामले में यूपीएसटीएफ ने प्रिंटिंग एजेंसी और ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड के अफसरों को पूछताछ के लिए बुलाया है। इस लीक मामले में प्रिंटिंग एजेंसी और पेपर को ट्रांसपोर्ट करने वाली कंपनी टीसीआई के कर्मचारी गिरफ्तार किए गए थे। एसटीएफ के मुताबिक राजीव नयन इस पेपर लीक मामले का मास्टरमाइंड है। उससे पूछताछ के बाद एसटीएफ को प्रिंटिंग एजेंसी से लेकर ट्रांसपोर्टेशन में खामियों का पता चला है। एसटीएफ ने बताया कि टीसीआई द्वारा पेपर के ट्रांसपोर्टेशन के दौरान राजीव नयन मिश्रा को खामियों का पता चला जिसका फायदा उठाकर उसने और उसके साथियों ने पेपर हासिल कर लिए। इसी पूछताछ के आधार पर एसटीएफ ने प्रिंटिंग एजेंसी और ट्रांसपोर्ट कंपनी को नोटिस जारी किया है।
उत्तर प्रदेश पुलिस में 60,244 पदों पर भर्ती के लिए 17 और 18 फरवरी को दो शिफ्ट में परीक्षा होनी थी, लेकिन इससे 10 दिन पहले ही इसका पेपर लीक हो गया था। यूपी एसटीएफ ने पाया कि 7 फरवरी को आरोपियों ने पेपर हासिल कर लिए थे। एसटीएफ ने बताया कि प्रिंटिंग एजेंसी ने जिस ट्रांसपोर्ट कंपनी को पेपर के ट्रांसपोर्टेशन के लिए हायर किया था पेपर उसी के कर्मचारियों ने लीक किए हैं। मसलन उत्तर प्रदेश एसटीएफ ने ट्रांसपोर्ट कंपनी में काम करने वाले मिर्जापुर निवासी शिवम गिरी और भदोही निवासी रोहित कुमार पांडे को गिरफ्तार किया था। इनके अलावा इसी कंपनी के एक पूर्व कर्मचारी प्रयागराज निवासी अभिषेक शुक्ला को गिरफ्तार किया था जो मास्टरमाइंड राजीव नयन मिश्रा और उसके एक साथी रवि अत्री के साथ संपर्क में था।
सिपाही भर्ती पेपर लीक केस में प्रिंटिंग व ट्रांसपोर्ट एजेंसी से एसटीएफ करेगी पूछताछ
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