
कटनी जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती मरीज का परिवार स्टाफ से ऑक्सीजन लगाने के लिए मिन्नतें करते रहे है, लेकिन ऑक्सीजन नहीं लगाई। बेटों और पत्नी के सामने मरीज की तड़प-तड़प कर मौत हो गई। मौत से दुखी और अस्पताल प्रबंधन के रवैए से नाराज परिवार वालों ने अपना आपा खो दिया और स्टाफ नर्स से विवाद करने लगे। जानकारी लगते ही वहां पर पुलिस भी पहुंच गई।
पुलिस के सामने भी परिवार वाले अस्पताल प्रबंधन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए विवाद कर रहे थे। काफी समझाइश के बाद परिजन शांत हुए। वहीं इस मामले में जिला अस्पताल के डॉ आशीष पांडेय की शिकायत पर पुलिस ने मृतक की पत्नी और उसके दो बेटों के खिलाफ सरकारी कार्य में बाधा, मारपीट, गाली गलौज और जान से मारने की धमकी देने की धाराओं के तहत FIR दर्ज कर ली है। वहीं डॉक्टर का आरोप है कि मृतक की पत्नी ने नर्स के साथ चप्पल से मारपीट की।
जानकारी के अनुसार पन्ना जिले के शाहनगर थाना अंतर्गत सुडौर गांव निवासी भगवान दीन प्रजापति को जिला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था। मरीज की हालत रविवार रात को बिगड़ने लगी। जिस पर मरीज के बेटों पुष्पेन्द्र और शुभम प्रजापति वार्ड में मौजूद स्टाफ नर्स से ऑक्सीजन सिलेंडर लगाए जाने की बात कही। लेकिन ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं लगाया गया। इस दौरान तड़प-तड़प कर मरीज की मौत हो गई। बेटों का आरोप है कि ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने के लिए नर्स से मिन्नतें की गई, लेकिन उसके द्वारा सिलेंडर नहीं लगाया गया। जिसके कारण उनके पिता की मौत हो गई।
मरीज की हालत बिगड़ने के बाद मरीज के परिवार वालों ने ऑक्सीजन सिलेंडर लगाने की मांग की। ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं लगाए जाने पर उन्होंने ने हंगामा शुरू कर दिया। इस बीच मरीज की हालत और बिगड़ती जा रही थी, जैसे-जैसे मरीज की हालत बिगड़ती वैसे परिवार वालों का हंगामा तेज हो रहा था। बेटे पिता को बचाने के लिए कभी उनका सीना दबा रहे थे तो कभी ऑक्सीजन की मांग कर रहे थे। ऑक्सीजन सिलेंडर नहीं मिलने की वजह से मरीज ने दम तोड़ दिया और मरीज की हालत बिगड़ने से शुरू हुआ हंगामा उसकी मौत पर समाप्त हो गया।
पति की लाश से लिपटकर रोती रही पत्नी
पति की मौत के बाद पत्नी ने अस्पताल प्रबंधन को दोषी ठहराकर काफी हंगामा मचाया। उसका कहना था कि डॉक्टर ने सही तरीके से इलाज नहीं किया। ऑक्सीजन की आवश्यकता थी लेकिन ऑक्सीजन नहीं लगाया गया। जिसके कारण मौत हो गई। मौत के बाद उसकी पत्नी अपने पति की लाश से लिपट कर रोती रही।
सांस चल रही ऑक्सीजन लगा दो, लेकिन नहीं लगाया गया, तड़प-तड़प कर हो गई मौत
बेटे ने कहा कि पिता की सांस चल रही है ऑक्सीजन लगा दो, लेकिन नर्स ने ऑक्सीजन नहीं लगाया। तड़पते पिता को बचाने के लिए बेटा उनका सीने दबाता रहा, ताकि सांस कम नहीं हो, लेकिन अस्पताल का कोई स्टाफ वहां पर नहीं पहुंचा। तड़प-तड़प कर पिता की मौत हो गई। उसने कहा कि सब लोगों ने मिलकर मेरे पिता को मार डाला। विवाद के दौरान पुलिस वहां पर बीच-बचाव करने पहुंची। युवक को शांत कराने लगे लेकिन अस्पताल स्टाफ के रवैए से नाराज बेटे ने कहा कि आप लोग मेरे पिता को लौटा सकते हो। इस दौरान जिला अस्पताल के वार्ड में काफी गहमा-गहमी रही है। काफी समझाइश के बाद परिजन शांत हुए।