सतना   लगभग 20 LPG सिलिंडर भी बरामद,

कोरोना आपदा में जहां लोग प्राणवायु (ऑक्सीजन सिलेंडर) के आभाव में तिल तिलकर मर रहे है। संक्रमित मरीजों के परिजन ऑक्सीजन के लिए मनमाने रेट तक देने के लिए तैयार है। फिर भी गंभीर मरीजों को ​ऑक्सीजन नहीं मिल रही है। लेकिन दूसरी तरफ बिचौलिये आपदा में अवसर तलाशते हुए एक जम्बो सिलेंडर के 25 हजार रुपए तक में कालाबाजारी कर रहे है। एक ऐसे ही मामले की सूचना रविवार की सुबह सतना कलेक्टर अजय कटेसरिया को मिली।

गुप्त सूचना को कलेक्टर ने तस्दीक कराते हुए जिला प्रशासन और पुलिस विभाग का ज्वाइंट ऑपरेशन शुरू किया। ऐसे में रविवार की सुबह करीब 11 बजे शहर के कोलगवां थाना अंतर्गत बस स्टैंड के पीछे विंध्या इंजीनियरिंग के गोदाम में करीब 300 से 400 के बीच ऑक्सीजन सिलेंडर सहित घरेलू एलपीजी और कमर्शियल सिलेंडर जब्त किया है।

वहीं गहरा नाला स्थित गोदाम में भी छापामार कार्रवाई चल रही है। कोलगवां थाना प्रभारी निरीक्षक डीपीएस चौहान ने खबर लिखे जाने तक बताया कि अभी सिलेंडरों की गिनती चल रही है।

रविवार की सुबह कलेक्टर सतना अजय कटेसरिया को गुप्त सूचना मिली कि विंध्या इंजीनियरिंग कंपनी के प्रोपाइटर राजीव कुमार जैन द्वारा सूचनादाता को 25000 रुपये में ऑक्सीजन सिलेंडर एवं 7000 रुपये में सिलेंडर की किट बेची है। लेकिन यह कह कर डिलीवरी नहीं दी जा रही कि प्रशासन सख्त निगरानी कर रहा है। सूचना पर महाप्रबंधक उद्योग आरके सिंह से जांच कराई गई।

जब्त 300 से अधिक ऑक्सीजन के जम्बो सिलेंडर।

इसके बाद कलेक्टर अजय कटेसरिया व एसपी धर्मवीर सिंह यादव ने एक संयुक्त टीम को छापेमारी करने भेजा। टीम में SDM राजेश शाही, CSP विजय प्रताप सिंह, कोलगवां थाना प्रभारी देवेंद्र प्रताप सिंह की संयुक्त टीम द्वारा छापामार कार्रवाई की। मौके से करीब 300 से 400 के बीच ऑक्सीजन जम्बो सिलेंडर मिले हैं। वहीं 20 LPG सिलिंडरों के साथ आधा सैकड़ा कमर्शियल सिलेंडर जब्त किए गए है। खबर लिखे जाने तक सिलेंडर की गिनती अभी चल रही थी।

कालाबाजारी के सिलेंडर अस्पतालों को किया आवंटित

कलेक्टर ने बताया कि जब्त सिलिंडर का अधिग्रहण कर लिया गया है। यह मेडिकल प्रयोजन के लिए जिला अस्पताल व अन्य अस्पतालों को आवंटित किए जा रहे हैं। फर्म के विरुद्ध आपराधिक कार्रवाई की जा रही है। साथ ही क्रमश: सूचना के आधार पर संबंधित जगहों के ताला तोड़े जा रहे है। जहां जैसी सूचना अन्य गोदामों की मिल रही है। हर जगह पर छापामार कार्रवाई की जा रही है। हालांकि पूरे मामले में सिफारिश करने पहुंचा एक व्यक्ति खुद को IAS पंकज जैन का रिश्तेदार बता रहा है। वह लगातार अधिकारियों पर दबाव बना रहा है। फिर भी जिला प्रशासन की टीम अपने स्तर से कार्रवाई करने में लगी हुई है।

इस तरह निर्धारित किए गए थे रेट

सूत्रों की माने तो विंध्या इंजीनियरिंग कम्पनी के मालिक राजीव जैन द्वारा 25000 से 50000 रुपये में ऑक्सीजन सिलिंडर कई दिनों से बेचे जा रहे थे। वहीं 7000 से 15000 रुपये में सिलेंडर की किट बेची जा रही थी। वहीं कलेक्टर का कहना है कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा का मामला है। ऐसे में राष्ट्रीय सुरक्षा कानून अंतर्गत अगर कार्रवाई संभव होगी तो वह भी आरोपी खिलाफ की जाएगी।