रांची।  मुख्यमंत्री चम्पाई सोरेन सोमवार को गुरुजी क्रेडिट कार्ड योजना तथा मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना का शुभारंभ करेंगे। इसे लेकर उच्च एवं तकनीकी शिक्षा विभाग ने खेलगांव स्थित टाना भगत स्टेडियम में कार्यक्रम का आयोजन किया है। इस मौके पर श्रम एवं उद्योग मंत्री सत्यानंद भोक्ता तथा कृषि एवं पशुपालन मंत्री बादल भी उपस्थित रहेंगे। कार्यक्रम में मुख्यमंत्री चयनित विद्यार्थियों को क्रेडिट कार्ड सौंपेंगे।

उच्‍च शिक्षा के लिए 15 लाख रुपये का लोन

गुरुजी स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना गरीब विद्यार्थियों को उच्च शिक्षा हेतु लोन देने के लिए शुरू की जा रही है। इस योजना के तहत छात्र-छात्राओं को उच्च शिक्षा के लिए अधिकतम 15 लाख रुपये तक का ऋण बैंकों के माध्यम से उपलब्ध कराया जाएगा।इसमें 30 प्रतिशत राशि छात्र-छात्राओं के रहने एवं अन्य खर्च के लिए होगी। यह ऋण चार प्रतिशत साधारण ब्याज की दर से उपलब्ध कराया जाएगा। शेष ब्याज का वहन राज्य सरकार द्वारा किया जाएगा। राज्य सरकार शत-प्रतिशत ऋण का गारंटर भी होगी।

15 साल की अवधि में भर सकेंगे लोन

ऋण वापसी के लिए अधिकतम समय सीमा 15 वर्ष निर्धारित की गई है। इसमें पाठ्यक्रम अवधि तथा उसके एक वर्ष बाद की अवधि मिलाकर होगी। छात्रों के पास यह विकल्प होगा कि वह पाठ्यक्रम पूरा होने के एक वर्ष बाद से ऋण वापसी करे।ऋण के लिए बैंक द्वारा किसी प्रकार का प्रोसेसिंग शुल्क नहीं लिया जाएगा। चार लाख रुपये तक कोई भी मार्जिन मनी का प्रावधान नहीं होगा। इससे अधिक राशि के लिए ऋण का पांच प्रतिशत मार्जिन मनी होगा।इसी तरह, मानकी मुंडा छात्रवृत्ति योजना के तहत झारखंड के सरकारी, निजी एवं पीपीपी मोड पर संचालित पाॅलीटेक्निक संस्थानों में अध्ययनरत छात्राओं को प्रतिवर्ष 15 हजार रुपये की छात्रवृत्ति मिलेगी।इसी तरह यहां के सरकारी, निजी एवं पीपीपी मोड पर संचालित इंजीनियरिंग संस्थानों में बीई तथा बीटेक की पढ़ाई कर रही छात्राओं को प्रतिवर्ष 30 हजार रुपये प्रतिवर्ष छात्रवृत्ति मिलेगी।इसका लाभ लेने के लिए डिप्लोमा में नामांकित छात्राओं को झारखंड से 10वीं उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा। इसी तरह इंजीनियरिंग में नामांकित छात्राओं को झारखंड से 10वीं एवं 12वीं दोनों उत्तीर्ण होना अनिवार्य होगा।