
नई दिल्ली देशभर में कोरोना संक्रमण से बिगड़ते हालात के बीच शनिवार को कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने एक बार फिर केंद्र सरकार और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला बोला। उन्होंने कहा कि देश की हालत बिना जानकारी तूफान में तैरती कश्ती जैसी हो गई है।
जब केस घटे तो PM ने क्रेडिट लिया, हालात बिगड़े तो राज्यों को दोष दे रहे हैं। उन्होंने मोदी पर तंज कसते हुए कहा कि सही मायने लोगों को आत्मनिर्भर बनाया जा रहा है। चार पॉइंट में पढ़ें राहुल ने क्या क्या कहा..
वैक्सीन की कीमतों पर
वैक्सीन के रेट को लेकर राहुल ने कहा कि टीके के दाम को लेकर सरकार अजीब व्यवहार कर रही है। पहले वैक्सीन का रेट अनाउंस किया जाता है, फिर दबाव के बाद उसे कुछ कम किया जाता है। ये क्या हो रहा है? सरकार खुद 150 रुपए में वैक्सीन ले रही है और राज्यों और अस्पतालों को कुछ और रेट। ये क्या डिस्काउंट सेल चल रहा है, पहले आप रेट बढ़ाते हैं, फिर उसे कम करवाते हैं। सरकार लोगों की आंखों में धूल झोंक रही है।
केंद्र सरकार के व्यवहार पर
राहुल गांधी ने कहा कि कोरोना संक्रमण की सुनामी के लिए पूरी तरह केंद्र सरकार जिम्मेदार है। मोदी सरकार घमंडी है। वास्तविकता से कोसों दूर सिर्फ धारणाओं पर केंद्रित है। पीएम सेंट्रलाइज्ड और पर्सनलाइज्ड सरकार चला रहे हैं। पीएम सिर्फ अपनी ब्रांडिंग में लगे हुए हैं। वे वास्तविकता से परे सिर्फ कल्पनाओं में जी रहे हैं।
कोरोना से लड़ाई पर
कांग्रेस सांसद ने बताया कि सरकार को कोरोना से लड़ाई जीतने के लिए विनम्र होना पड़ेगा। सरकार लोगों की समस्या को नहीं समझ रही है। अस्पतालों में ऑक्सीजन, बेड और इलाज के लिए जरूरी दवाओं को लेकर सरकार का व्यवहार देखा जा सकता है। लोग परेशान हो रहे हैं। सरकार को इनकी परेशानी समझनी होगी और उसका रास्ता निकालना होगा। विपक्ष के सुझाव पर मंत्रियों का व्यवहार अजीब सा लगता है। उन्हें सच्चाई स्वीकार करनी होगी और विनम्र होना पड़ेगा।
प्रधानमंत्री के चुनाव प्रचार पर
राहुल गांधी ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह ने सुपर स्प्रेडर घटनाओं को खुद प्रोत्साहित किया है। राहुल का इशारा बंगाल समेत पांच राज्यों में पीएम और शाह के तुफानी प्रचार को लेकर था। राहुल ने भी खुद केरल और तमिलनाडु में चुनाव प्रचार किया था। उन्होंने बंगाल में भी नक्सलबाड़ी में एक सभा को संबोधित किया था। हालांकि, बढ़ते संक्रमण के बीच उन्होंने आगे के सभी कार्यक्रम रद्द कर दिए थे। कुछ दिन बाद वे भी संक्रमित हो गए।
प्रेस, ज्यूडिशियरी, इलेक्शन कमीशन, ब्यूरोक्रेसी किसी ने भी अपनी भूमिका नहीं निभाई। आज देश की हालत बिना जानकारी तूफान में तैरती कश्ती जैसी हो गई है। राहुल ले पार्टी के संगठनात्मक चुनावों पर कहा कि कांग्रेस के भीतर चुनाव समय पर होंगे। मैं जो भी चाहूंगा, वह करूंगा, लेकिन अभी महामारी पर ध्यान केंद्रित कर रहा हूं।