दमोह । राजस्थान की जोधपुर जेल में बंद आसाराम बापू को जेल से रिहा करने के लिए एक बार फिर मांग उठने लगी है। दमोह की महिला उत्थान मंडल द्वारा सरकार से मांग की गई और एक रैली निकालकर कलेक्टर को ज्ञापन दिया गया है। गुरुवार सुबह स्थानीय मानस भवन के पास बड़ी संख्या में आसाराम बापू को मानने वाली महिलाएं और पुरुष एकित्रत हुए और शहर के प्रमुख मार्गें से रैली निकाली गई। विश्व महिला दिवस के निमित्त महिलाओं ने यह मांग स्वरूप ज्ञापन दिया है जिसमें बताया गया है कि 86 वर्षीय वयोवृद्ध आसाराम बापू के गंभीर स्वास्थ्य के चलते उन्हें अनुकूल और उत्तम उपचार के लिए रिहाई की मांग की है। महिलाओं ने बताया कि आसाराम बापू निर्दोष हैं, उन्हें 11 वर्षों से जेल में रखा गया है। वे एक झूठे और बनावटी केस की सजा काट रहे हैं। उनका कहना है कि उनके संत गंभीर बीमारी से ग्रसित हैं। उनका हार्ट 99 प्रतिशत ब्लॉकेज हो चुका है। उनकी हालत बहुत बुरी है और इसलिए वे चाहते हैं कि सरकार मानवता के आधार पर उन्हें रिहाई दे। सिंधी समाज के लोगों का कहना है कि देश में कई ऐसे बड़े-बड़े अपराधी हैं जिन्हें रिहाई दी गई है और रियायत दी गई है, लेकिन उनके संत के साथ सौतेला व्यवहार किया जा रहा है, जिन्हें षड्यंत्र के तहत फंसाया गया है। वह सभी शांतिपूर्ण ढंग से रैली निकाल रहे हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि उनके संत को रिहाई दी जाए। आसाराम बापू की गंभीर हालत को देखते हुए हाल ही में पैरोल की अर्जी लगाई गई थी, जिसे उनके रोग की भयानकता को अनदेखा करके रद्द कर दिया गया।
जेल में बंद आसाराम बापू की रिहाई की मांग, सिंधी समाज ने कहा- बापू निर्दोष, उन्हें किया जाए रिहा
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