भोपाल। आमतौर पर महिलाओं से जुड़ी हुई समस्याओं को लेकर पुरुष प्रधान प्रदेश और देश में लोग खुलकर बात करने से कतराते हैं। लेकिन आधुनिक युग में अब महिलाओं से जुड़ी हुई समस्याओं पर खुलकर बात हो रही है। महिलाओं से जुड़ी हुई एक बड़ी समस्या के समय उन्हें शारीरिक और मानसिक रूप से फायदा पहुंचाने के लिए नया प्रोडक्ट मध्य प्रदेश में आया है। हालांकि यह प्रोडक्ट केरल जैसे प्रदेश में कई सालों पहले बाजार में पहुंच चुका है, और वहॉ काफी पहले प्रचलन में आ चुका है, इसका नाम है सोख्यं सैनिटरी पैड्स। इसे केले के रेशों से मिलकर बनाया गया है। भोपाल शहर में आयोजित एक बैठक में सोख्यं संस्था की पदाधिकारी और पैड वुमन ऑफ़ इंडिया, अंजू बिष्ट ने बताया कि कैसे केरल के माता अमृतानंदमयी मठ का एक मुख्य प्रोजेक्ट अब मध्य प्रदेश में हज़ारों लड़कियों और महिलाओं को लाभान्वित कर रहा है। मध्य प्रदेश के बुरहानपुर जिले में इन पैड्स का निर्माण हो रहा है। बुरहानपुर जिले में महिलाओं के समूह इनका निर्माण कर रहे हैं। यह जिले की वन डिस्ट्रिक्ट, वन प्रोडक्ट योजना के तहत न केवल बुरहानपुर में बल्कि आस पास के जिलों में एवं अन्य राज्यों में हज़ारों को किफायती एवं सुरक्षित सैनिटरी नैपकिन्स पंहुचा रहे हैं।
मप्र में रियूसेबल सैनिटरी पैड्स की एंट्री, केले के रेशों से बना है पैड्स
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