एक शादी समारोह में सिंदूर दान के समय लाइट बंद नहीं करने से गुस्साए दूल्हे ने दुल्हन को सिंदूर देने से मना कर दिया। गणमान्य लोगों द्वारा दूल्हे को समझाने का काफी प्रयास किया गया, मगर वह नहीं माना।

दुल्‍हन लिए बिना लौटी बारात

मामला बिगड़ने के बाद बगैर दुल्हन के ही बारात को बैरंग वापस लौटना पड़ा। साथ ही लड़का पक्ष को विवाह में खर्च की गई राशि वधू पक्ष को वापस करनी पड़ी। इस प्रकार का अजीबो-गरीब मामला केतार में चर्चा का विषय बना हुआ है।

रस्‍म खत्‍म होने वाली थी कि...
 
मामला केतार प्रखंड का है। जानकारी के अनुसार, मंगलवार की शाम उत्तर प्रदेश सोनभद्र जिला अंतर्गत मकरी गांव से लड़का पक्ष बारात पूरे ताम झाम से लेकर केतार आया हुआ था।

द्वार पूजा के साथ जयमाला का रस्म भी किया जा चुका था। शादी मंडप में लड़का लड़की की पूरी रस्म खत्म होने वाला ही था कि लड़के द्वारा लाइट बंद कर सिंदूर दान करने को लेकर कहासुनी हो गई। ऐसा नहीं करने पर दूल्हा द्वारा लड़की को सिंदूर देने से इंकार कर दिया गया।

शादी में हुए नुकसान की भी भरपाई की

उसे समझाया गया, लेकिन उसने किसी की बात नहीं सुनी। यहां तक कि दूल्हे की मां भी अपने घर से आकर अपने बेटे को काफी समझाने की प्रयास की। लेकिन दूल्हा, दुल्हन को सिंदूर देने को तैयार ही नही हुआ।

अंततः दोनों पक्षों के सहमति से लड़की पक्ष द्वारा शादी में खर्च पांच लाख तेरह हजार निर्धारित की गई। जो बुधवार की शाम चार बजे लड़का पक्ष द्वारा लड़की पक्ष को राशि देने के बाद मामला शांत हुआ और दूल्हा बिना सिंदूर दिए बैरंग वापस घर गया।