भोपाल : कुटीर एवं ग्रामोद्योग राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) दिलीप जायसवाल ने बुधवार को मंत्रालय स्थित मृगनयनी एम्पोरियम (शोरूम) का आकस्मिक निरीक्षण किया।
राज्यमंत्री जायसवाल ने एम्पोरियम के प्रभारी अधिकारी से शोरूम में रखे विभिन्न उत्पादों की मांग-आपूर्ति एवं विक्रय के बारे में जानकारी ली। उन्होंने कहा कि आजकल प्राय: सभी हाथों से बने वस्त्र पहनना पसंद करते हैं। इसीलिए जनरूचि के अनुरूप मॉडर्न डिजाइन्स के वस्त्र उत्पाद वर्तमान में प्रचलित पैटर्न्स और नये कलेवर में तैयार किये जायें। साथ ही अन्य उत्पादों में भी गुणवत्ता और आकर्षण का विशेष ध्यान रखा जायें। उन्होंने प्रभारी अधिकारी को एम्पोरियम के सभी उत्पादों की मार्केंटिंग और प्रचार-प्रसार के लिये नये व रोचक तरीके अपनाने के निर्देश दिये।
उल्लेखनीय है कि मृगनयनी एम्पोरियम कुटीर एवं ग्रामोद्योग विभाग के अधीन संत रविदास मध्यप्रदेश हस्त शिल्प एवं हाथकरघा विकास निगम द्वारा संचालित किये जाते हैं। इनमें हाथों से बने खादी वस्त्र, चादरें, पर्दे, टेबल क्लॉथ, नैपकिन, डोर मेट, लकड़ी के खिलौने, बांस, कांसे व तांबे से निर्मित मूर्तियां, कलाकृतियां, बर्तन व अन्य कला वस्तुएँ विक्रय के लिये रखी जाती हैं।