राऊ में मंगलवार रात बिना अनुमति शादी और रिसेप्शन के दो मामले सामने आए। दोनों ही मामलों में पुलिस मेहमान बनकर पहुंची। 5 लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया गया। पहले मामले में कोरोना महामारी में परमिशन बिना ही एक भाई अपने छोटे भाई की शादी का जश्न मना रहा था। उसने दोस्तों और परिचितों को भी आमंत्रित किया था। पुलिस जब पंडाल में मेहमान बनकर पहुंची, तो यहां लोग लजीज व्यंजनों का लुत्फ उठा रहे थे।

पुलिस को देख यहां अफरा-तफरी मच गई। कई लोग पिछले दरवाजे से भाग निकले। जो मिले पुलिस ने उन्हें फटकारा। दूल्हे के भाई समेत एक अन्य पर केस दर्ज कर लिया। वहीं, दूसरे मामले में मां ने बेटे की शादी में बिना अनुमति ही भीड़ जुटा ली थी। मामले में तीन के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया गया है।

राऊ पुलिस के अनुसार पहले मामले में नरेन्द्र गोयल निवासी ब्रज विहार काॅलोनी और परम सिंह परमार के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है। नरेंद्र बिना अनुमति के भाई की शादी की पार्टी दे रहा था। उसने काफी लोगों की भीड़ भी जुटा रखी थी। वहीं, दूसरे मामले में पुलिस ने दूल्हे अर्जुन की मां आशाबाई, जीजा राजेश और 18 साल के भानजे आयुश के खिलाफ कर्फ्यू उल्लंघन के तहत कार्रवाई की गई। पुलिस की मानें तो आशाबाई अपने बेटे अर्जुन की शादी कर रही थी। शादी को लेकर इन्होंने घर पर तामझाम कर रखा था। इन लोगों ने कोरोना संक्रमण के बाद भी भीड़ जुटा रखी थी।

पुलिस अफसरों ने सजा रखा था शादी का शामियाना

मैदान में टैंट लगाकर पंगत की तैयारी थी।

एरोड्रम टीआई राहुल शर्मा ने बताया, सोमवार रात एरोड्रम पुलिस को सूचना मिली कि मातुश्री नगर के खाली मैदान पर शादी की जा रही है। खाने की तैयारी चल रही थी। वहां शामियाना सजाकर 200 से ज्यादा लोग हैं। पुलिस पहुंची, तो बिना मास्क लगाए लोग घूम रहे थे। खाने की थालियां सजा रहे थे। पुलिस वालों ने फटकार लगाई। वीडियोग्राफी करवाई और दूल्हे को वहां से चलता कर दिया। पुलिस ने राजकुमार करोसिया निवासी मातुश्री नगर और भैयालाल नाहर निवासी विकास नगर के खिलाफ धारा 188 का केस दर्ज किया है। भैयालाल नाहर सीआरपीएफ में हैं। वह दूल्हे के पिता हैं, जबकि राजकुमार करोसिया रेडियो पुलिस में हैं। अफसर होने के कारण ही उन्होंने पुलिस से बिना डरे शादी समारोह रख लिया।