रांची में ध्रुव जुरैल अपनी बल्लेबाजी से हर किसी का दिल ले गए। मुश्किल परिस्थिति में ध्रुव पहली इनिंग में टीम इंडिया के लिए संकटमोचक साबित हुए। ध्रुव ने कुलदीप यादव के साथ मिलकर अहम साझेदारी निभाई, जिसके दम पर भारतीय टीम मैच में वापसी कर सकी।
पहली पारी में विकेटकीपर बल्लेबाज ने 90 रन की दमदार पारी खेली, तो दूसरी इनिंग में भी ध्रुव 39 रन बनाकर नाबाद रहे। ध्रुव रांची टेस्ट में वो कारनामा कर गए हैं, जो पिछले 22 साल में कोई भी विकेटकीपर बल्लेबाज नहीं कर सका है।
ध्रुव ने किया कमाल
चौथे टेस्ट की दोनों पारियों में शानदार बल्लेबाजी करने का इनाम ध्रुव जुरैल को मिला। ध्रुव को रांची टेस्ट में मैन ऑफ द मैच चुना गया। डेब्यू सीरीज में ध्रुव पिछले 22 साल में मैन ऑफ द मैच चुने जाने वाले पहले भारतीय विकेटकीपर हैं। ध्रुव से पहले साल 2002 में भारत के लिए यह कारनामा अजय रात्रा ने किया था। अजय ने वेस्टइंडीज के खिलाफ अपनी डेब्यू सीरीज के चौथे टेस्ट मैच में मैन ऑफ द मैच अवॉर्ड जीता था।
रोहित भी हुए ध्रुव के मुरीद
रोहित शर्मा ने मैच के बाद ध्रुव जुरैल की जमकर तारीफ की। उन्होंने कहा, "अपना दूसरा टेस्ट मैच खेलते हुए ध्रुव जुरैल ने कमाल का धैर्य दिखाया और उनके पास विकेट के चारों ओर खेलने के लिए शॉट भी मौजूद नजर आए। पहली पारी में ध्रुव द्वारा खेली गई 90 रन की पारी यकीनन काफी महत्वपूर्ण थी, जिसकी मदद से हम इंग्लैंड के टोटल तक पहुंच सके। इसके बाद दूसरी इनिंग में भी उन्होंने शुभमन गिल के साथ मिलकर बल्लेबाजी में काफी मैच्योरिटी दिखाई।"
टीम इंडिया ने की सीरीज सील
भारतीय टीम ने रांची टेस्ट मैच में इंग्लैंड को 5 विकेट से शिकस्त दी। 192 रन के लक्ष्य को टीम इंडिया ने 5 विकेट खोकर हासिल किया। टीम की ओर से शुभमन गिल ने 52 रन की शानदार पारी खेली, जबकि ध्रुव जुरैल ने 39 रन की नाबाद पारी खेली। इस जीत के साथ ही भारतीय टीम ने टेस्ट सीरीज में 3-1 की अजेय बढ़त भी हासिल कर ली है।