उज्जैन । मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस की उपाध्यक्ष नूरी खान के इस्तीफे की टाइमिंग को लेकर सवाल उठ रहे हैं। उन्होंने ऐसे वक्त इस्तीफा दिया है जब राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा उज्जैन पहुंचने वाली है। लगभग 25 साल तक पार्टी के विभिन्न पदों पर रहीं नूरी ने रविवार को अपना इस्तीफा वरिष्ठ नेताओं को भेजा है। नूरी ने अपने इस्तीफे में लिखा कि "मैं पिछले 25 सालों से पार्टी के विभिन्न पदों पर रहकर निष्ठा-भावना के साथ अपनी ज़िम्मेदारियों का निर्वहन कर रही हूं। हाल ही में मेरी मेजर सर्जरी हुई है। उस विषम परिस्थितियों में भी चुनाव के मद्देनजर नीमच प्रभारी के रूप में मैंने अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन किया है। वर्तमान में मैं किसी भी तरह की जिम्मेदारी उठाने में खुद को असहज महसूस कर रही हूं। साथ ही धार्मिक यात्रा (हज 2024) हेतु भी मेरा जाना तय हुआ है। स्वास्थ्य एवं कुछ विशेष कारणों से मैं किसी भी महत्वपूर्ण जिम्मेदारी का निर्वहन नहीं कर सकूंगी। मध्यप्रदेश कांग्रेस कमेटी की उपाध्यक्ष, नीमच प्रभारी एवं महिला कांग्रेस की प्रदेश उपाध्यक्ष (प्रभारी मालवा-निमाड़ जोन) और समस्त पदों से अपना त्याग पत्र भेज रही हूं। कृपया स्वीकार करें। साधारण सदस्य के रूप में सदैव पार्टी की विचारधारा से जुड़ी रहूंगी।" अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य और मध्य प्रदेश महिला कांग्रेस उपाध्यक्ष नूरी खान ने प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को यह त्याग पत्र भेजा है। इसकी प्रतियां कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, जितेंद्र भंवर सिंह, संगठन प्रभारी राजीव सिंह, राष्ट्रीय महासचिव केसी वेनुगोपाल को भी भेजी है। नूरी छात्र राजनीति से पार्टी में विभिन्न पदों पर रहने के बाद राज्य स्तर पर पहुंची थी। एनएसयूआई की अध्यक्ष से लेकर प्रदेश कांग्रेस, महिला कांग्रेस, युवा कांग्रेस सहित कांग्रेस के कई आनुषंगिक संगठनों में महत्वपूर्ण पदों पर रही हैं। विधानसभा चुनाव से पहले नीमच का प्रभारी और कांग्रेस प्रवक्ता बनाया गया था। नूरी कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ भारत जोड़ो यात्रा में शामिल होकर कई किलोमीटर की यात्रा भी कर चुकी है। पांच मार्च को भारत जोड़ो नया यात्रा लेकर राहुल गांधी फिर उज्जैन आने वाले हैं।
10,000 के आर्डर पर जमानत पर है नूरी खान
नूरी खान इस समय न्यायिक मजिस्ट्रेट प्रथम श्रेणी प्रियंका सोलंकी के न्यायालय से 10,000 रुपये की जमानत पर हैं। जीवाजीगंज थाना पुलिस ने उन्हें धारा 353, 171 में एक वर्ष से फरार बताकर चालान पेश किया था। इसके बाद एक समन भी जारी हुआ था। नगर निगम चुनाव के दौरान वार्ड क्रमांक 13 में हो रही फर्जी वोटिंग के दौरान नूरी खान के खिलाफ प्रकरण दर्ज हुआ था। इससे पहले भी नूरी खान पर शासकीय कार्य में बाधा पहुंचाना और जन आंदोलन को लेकर दो दर्जन से ज्यादा मुकदमे अलग-अलग थानों में दर्ज हैं। कोरोना काल में भी उनके खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी।