गुना । गुना के पासपोर्ट सेवा केंद्र का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया द्वारा किया जाना था। सूत्रों के मुताबिक, डाक विभाग बड़े स्तर पर इस कार्यक्रम की तैयारियां कर रहा था। लेकिन सिंधिया और डाक विभाग के तमाम अरमान धरे के धरे रह गए और सांसद ने पासपोर्ट सेवा केंद्र का लोकार्पण कर दिया। मध्यप्रदेश में 29 में से 28 सीटों पर अपना कब्जा जमाकर बैठी भारतीय जनता पार्टी एक ओर जहां आगामी आने वाले लोकसभा चुनाव की तैयारी कर रही है। वहीं, दोबारा से मौका पाने के लिए वर्तमान सांसदों को भी अपने आपको साबित करना होगा कि वे भाजपा के योग्य उम्मीदवार हैं। लेकिन वहीं मोदी लहर के बीच उम्मीदवारों की सूची भी कम नहीं है और दिग्गज नेताओं के भी नाम सामने आ रहे हैं। ऐसा ही एक नाम गुना सीट से केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंध्या का भी निकलकर सामने आ रहा है, जिसमें कयास लगाए जा रहे हैं कि इस बार पार्टी वर्तमान सांसद केपी यादव की जगह ज्योतिरादित्य सिंध्या को उम्मीदवार बना सकती है और उनके समर्थक भी यही चाहते हैं। ऐसे में वर्तमान सांसद केपी यादव के माथे पर चिंता की लकीरें भी कहीं न कहीं देखी जा सकती हैं, जिसका एक उदाहरण शनिवार को गुना में अचानक किए गए पासपोर्ट केंद्र के लोकार्पण को देखकर आसानी से लगाया जा सकता है। क्योंकि जिस पासपोर्ट केंद्र का लोकार्पण सिंधिया को करना था, वो सांसद केपी यादव कर गए, जिसकी भनक पासपोर्ट केंद्र के अधिकारियों को भी नहीं थी। जानकारी के मुताबिक, गुना के पासपोर्ट सेवा केंद्र का लोकार्पण केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया करने वाले थे और मार्च महीने में उनका दौरा प्रस्तावित था। लेकिन इससे पहले ही सांसद डॉ. केपी यादव खेला कर गए। लोकार्पण के बाद सांसद ने तर्क दिया कि आज शुभ दिन था, इसलिए लोकार्पण कर दिया है।
आपको बता दें कि गुना सांसद डॉ. केपी यादव शनिवार को जिले के दौरे पर थे और उन्हें भाजपा के चुनावी कार्यालय का शुभारंभ और प्रशासनिक बैठकों में शामिल होना था। इसी दौरान वे गुना डाकघर का निरीक्षण करने पहुंचे और प्रधान डाकघर परिसर में स्थापित पासपोर्ट सेवा केंद्र का निरीक्षण करते हुए सांसद डॉ. केपी यादव को याद आया कि अब तक पासपोर्ट केंद्र का लोकार्पण नहीं हुआ है। फिर क्या था सांसद समर्थकों ने वहां फीता बांधा, कैंची मंगवाई और सांसद ने लोकार्पण कर दिया। इसके बाद सांसद यादव ने डाकघर अधिकारियों से केंद्र में अब तक किए गए कार्यों की जानकारी ली। लोकार्पण के बाद सांसद डॉ. केपी यादव ने मीडिया को सफाई दी कि शनिवार को रविदास जयंती थी और पूर्णिमा का शुभ दिन भी था। इसलिए उन्होंने लोकार्पण कर दिया है। इस बारे में उन्होंने ऊपर बात कर ली थी, भविष्य में कोई बड़ा जनप्रतिनिधि आएगा तो फिर से अवलोकन करा देंगे, फिलहाल काम तो चालू हो ही गया है। वहीं, सांसद द्वारा लोकार्पण करने की घटना के बाद डाकघर कार्यालय में हड़कंप सा मच गया और अधिकारियों को समझ नहीं आ रहा था कि वे क्या प्रतिक्रिया दें और मीडिया को क्या बताएं। हालांकि, डाक अधीक्षक विनय श्रीवास्तव ने दो टूक शब्दों में यह कहा है कि उन्हें लोकार्पण के बारे में कोई जानकारी नहीं है। सांसद को सामान्य भ्रमण पर आना था, इसके बाद क्या हुआ उन्हें कुछ पता ही नहीं है।