रतलाम । भारत आदिवासी पार्टी से सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार अक्सर सुर्खियों में बने रहते हैं। अब एक विवादित वीडियो से वह फिर चर्चाओं में आ गए हैं। वीडियो में झोपड़ी वाले विधायक कमलेश डोडियार पर एक डॉक्टर ने एक करोड़ रुपये की रिश्वत मांगने का आरोप लगाया है। मध्यप्रदेश में एक मात्र रतलाम जिले के सैलाना विधानसभा के निर्दलीय विधायक कमलेश्वर डोडियार हमेशा किसी न किसी कारण से सुर्खियों में बने रहते हैं। सबसे पहले कमलेश्वर डोडियार विधायक बनने के बाद अपने आप को गरीब बताकर बाइक से भोपाल पहुंचे थे, तब सुर्खियों में आए थे। उसके बाद खुद को पूर्व विधायक से जान का खतरा बनाकर सुर्खियों में आए थे। उसके बाद फिर अभी कुछ दिन पहले डोडियार एक बार फिर तब सुर्खियों में आए थे। जब ग्रामीणों से चर्चा करते हुए वे कह रहे थे मैंने शराब छोड़ दी है, तुम भी शराब छोड़ दो और अब डोडियार एक बार फिर सुर्खियां बटोर रहे हैं। बता दें कि उन पर मेडिकल चलाने वाले एक बंगाली डॉक्टर ने एक करोड़ रुपये मांगने का आरोप लगाया है। डॉक्टर ने इसका एक वीडियो भी जारी किया है। आरोप पर सफाई देते हुए विधायक डोडियार ने कहा कि बाजना में 30 साल से अवैध रूप से मेडिकल का संचालन किया जा रहा है। मैंने खुद कार्रवाई के लिए सीएमएचओ को पत्र लिखा है। मिली जानकारी अनुसार, रतलाम जिले के बाजना निवासी तपन राय मेडिकल का संचालन करने के साथ प्राइवेट प्रैक्टिस भी करते हैं। तपन राय ने वीडियो जारी कर आरोप लगाया कि 19 फरवरी को शाम करीब चार बजे के आसपास विधायक साहब का कॉल आया था। उन्होंने कहा कि तुम अवैध रूप से मेडिकल चला रहे हो। मुझसे मिलो नहीं तो ठीक नहीं रहेगा। उसी दिन मैं उनसे मिलने उनके सैलाना स्थित निवास पर मेरे अंकल को साथ लेकर गया। जहां उनके गार्ड ने मुझे चेक किया और मेरा मोबाइल बाहर ही रख लिया और साथ ही अंकल को भी बाहर ही रोक दिया गया।
विधायक ने मुझसे पूछा कि तुम्हारे पास क्या डिग्री है। मैंने कहा कि फॉर्मासिस्ट हूं, तब उन्होंने कहा कि मेरे क्षेत्र में रहने नहीं दूंगा। उन्होंने धीरे से इशारा किया, कितने दे सकते हो, जब मैंने कोई जवाब नहीं दिया तो उन्होंने मुझे एक करोड़ रुपये देने की कहा। जब मैंने रुपये नहीं दिए तो शुक्रवार को मेरे मेडिकल स्टोर पर आकर बैठ गए। मुझे कहा कि हमारे विधायक प्रतिनिधि दशरथ डिंडोर को बात करने के लिए भेजा था, उनसे बात कर लेते तो आज यह नौबत नहीं आती। बाद में स्वास्थ्य अधिकारियों को बुलाया, जिसमें बाजना बीएमओ भी पहुंचे और पंचनामा बनाया। इसके बाद सभी चले गए। जाते-जाते विधायक डोडियार कहते गए कि तेरे को जेल भेजकर मानूंगा। मामले में जब विधायक कमलेश्वर डोडियार से चर्चा की गई तो उन्होंने कहा कि एक डॉक्टर के पास एमबीबीएस, बीएचएमएस की डिग्री और क्लीनिक चलाने का लाइसेंस होना चाहिए। जो व्यक्ति मुझ पर आरोप लगा रहा है, वह पिछले 30 वर्षों से बाजना में अवैध रूप से प्रैक्टिस कर रहा है, जिसकी आड़ में कई अवैध काम कर रहा है। मेरे द्वारा पूर्व में सीएमएचओ को दुकान सील करने का पत्र भी लिखा गया है। बाजना क्षेत्र में तीन हजार बंगाली डॉक्टर हैं। यह खुद मेरे पास 20 लाख रुपये लेकर आया था और कहा था कि आगे भी काम होता रहेगा। तब मैंने कहा कि एक करोड़ भी देगा तो नहीं लूंगा। जो आरोप लगाए वह गलत हैं।