इंदौर देश में कोरोना के कारण बिगड़ते हालात को देखते हुए ऑक्सीजन सप्लाई को लेकर अब भारतीय वायु सेना ने मोर्चा संभाल लिया है। शुक्रवार दोपहर करीब 3.20 बजे वायु सेना C17 एयरक्रॉफ्ट इंदौर एयरपोर्ट पहुंचा। यहां ऑक्सीजन का खाली टैंकर लेकर विमान जामनगर के लिए उड़ान भरेगा। बताया जा रहा है कि प्लेन में टैंकर को लोडिंग करने में तकनीकी दिक्कतें आ रही हैं।

इसके बाद ये टैंकर जामनगर से भरकर सड़क मार्ग से इंदौर आएगा। बताया जाता है कि इंदौर से जामनगर में टैंकर को एक तरफ करीब 12 घंटे लगते हैं। ऐसे में विमान टैंकर को करीब एक घंटे में ही जामनगर पहुंचा देगा। इससे करीब 12 घंटों की बचत होगी। इसके बाद प्लेन वापस इंदौर आकर करीब तीन घंटे बाद फिर से एक टैंकर लेकर जाएगा।

अन्य जगहों पर भी वायुसेना के विमान ऑक्सीजन कंटेनर्स को पहुंचाने का काम कर रहे हैं। इंदौर में ऑक्सीजन की मांग हर दिन 100-110 टन पर पहुंच गई है। आपूर्ति केवल 75-80 टन के करीब है, जो मांग से 25-30 फीसदी कम है। इसके चलते हर दो-दो घंटे में ऑक्सीजन खत्म होने का संकट खड़ा हो रहा है।

वहीं, रेमडेसिविर इंजेक्शन की हालत तो और भी खराब है। इंदौर को औसतन हर दिन दो हजार रेमडेसिविर मुश्किल से मिल रहे हैं और जरूरत छह हजार प्रतिदिन की है। मांग से 70 फीसदी कम इंजेक्शन मिल रहे हैं।

आर्मी से प्रदेश सरकार ने मांगी थी मदद

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने चार दिन पहले सेना से मदद मांगी थी। उन्होंने सुदर्शन कोर कमांडर अतुल्य सोलंकी व बिग्रेडियर आशुतोष शुक्ला के साथ बैठक हुई। जानकारी के मुताबिक आर्मी के अफसरों ने भोपाल, जबलपुर, सागर व ग्वालियर में 430 बेड अस्पतालों व आइसोलेशन सेंटर देने का भरोसा दिया। इसमें से भोपाल में 150, जबलपुर में 100, सागर में 40 और ग्वालियर में 40 बेड की व्यवस्था की जाएगी। आर्मी के अफसरों ने मरीजों की देखभाल के लिए पैरामेडिकल स्टाफ उपलब्ध कराने के लिए भी आश्वस्त किया।