भोपाल : मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विकास राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) नारायण सिंह पवार ने कहा कि विभागीय कार्यों के लक्ष्यों की शत-प्रतिशत पूर्ति की जाए, और पात्र हितग्रहियों को अधिक से अधिक लाभ मिले और उन्हें लाभान्वित करे। मंत्री पवार ने मछुआ कल्याण तथा मत्स्य विभाग की कार्य योजना की समीक्षा बैठक को संबोधित कर रहे थे।
बैठक में निर्देश दिये कि योजनाओं के क्रियान्वयन का ज्यादा से ज्यादा प्रचार-प्रसार कर ऐसी योजना बनाए कि इससे अधिक लोग लाभान्वित हो सके। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री अनुदान योजना के आवेदको का समय-सीमा में निराकरण हो और यह सुनिश्चित किया जाये कि ग्रामीण क्षेत्रों में रहने वाले पात्र हितग्राहियों को प्रोत्साहित कर जमीनी स्तर पर लोगों को लाभान्वित किया जाये। पिछले 10 वर्षों से अधिक समय से संचालित सहकारी समितियों का निरीक्षण किया जाए। पात्र हितग्राहियों को ही योजनाओं का शत-प्रतिशत लाभ मिले। यह सुनिश्चित किया जाये।
मंत्री पवार ने कहा कि आगामी माहों में संभागीय स्तर पर भी विभागीय योजनाओं समीक्षा की जायेगी। मत्स्य पालन का उत्पादन शत-प्रतिशत किया जाये। संभागीय एवं जिला अधिकारी समय-सीमा में विभागीय योजनाओं का क्रियान्वयन करे और जमीनी स्तर के पात्र हितग्राहियों को लाभ दिलाए। उन्होंने कहा कि हमारी संरचनाओं का उपयोग नीचे स्तर तक संचालित कर गरीब परिवारों को मछली पालन रोजगार के लिये प्रेरित कर आत्मनिर्भर बनाने का हमारा लक्ष्य है। गरीब हितग्राहियों के आवेदन पूर्ण करने में उन्हें सहयोग कर लक्ष्यों की पूर्ति करे। उन्होंने कहा कि एक्वा पार्क निर्माण का कार्य भी समय-सीमा में पूर्ण किया जाये।
बैठक में संचालक मत्स्य भरत सिंह ने बताया कि भोपाल में एक्वा पार्क एवं रिसर्च सेंटर की स्थापना के लिये पूर्व में प्रस्ताव भारत सरकार को भेजा गया था। भारत सरकार मत्स्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्रालय मत्स्य पालन विभाग प्रधानमंत्री मत्स्य संपदा योजना के तहत 25 करोड़ (60.40) केन्द्रांश रूपये 15 करोड़ व राज्यांश रूपये 10 करोड़ की सैद्धांतिक स्वीकृति जारी की गई है। एक्वा पार्क के निर्माण के लिये सक्षम समिति का अनुमोदन की कार्यवाही प्रचलन में है। उन्होंने विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी दी।
बैठक में अतिरिक्त मुख्य सचिव कल्पना श्रीवास्तव सहित संभागीय एवं जिला स्तर के अधिकारी उपस्थित थे।