उज्जैन । उज्जैन के इंदिरा नगर में रहने वाले एक पंडित ने परसों शाम को जहर खा लिया और अपने भानजे को फोन पर जानकारी दी। इस पर उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया। गुरुवार को उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। पुलिस ने बताया कि उस पर कर्ज अधिक होने से वह तनाव में था। मामले में जांच शुरू कर दी गई है। चिमनगंज मंडी थाना पुलिस ने बताया कि इंदिरा नगर में रहने वाला राजेन्द्र पिता शंकरलाल ठक्कर (44) पंडिताई का काम करता था और उसका मुख्य घर रूपाहेड़ा में है। मंगलवार शाम उसने जहर खा लिया था और इसके बाद इस बात की जानकारी फोन पर उसने अपने नानाखेड़ा निवासी भानजे विकास को दी थी। इस पर तत्काल विकास अपने भाई दिलीप के साथ उसके घर पहुंचा और उसे अस्पताल में भर्ती कराया। उपचार के दौरान राजेन्द्र की मौत हो गई। पुलिस ने सूचना के बाद शव कब्जे में ले लिया है। मृतक के भानजे दिलीप शर्मा ने बताया कि उसके मृत मामा राजेन्द्र पर कर्ज अधिक हो गया था और इसके चलते वे एक माह से तनाव में चल रहे थे। कर्ज नहीं चुका पाने की स्थिति में उन्होंने जहर खाकर जान दी है। पुलिस ने परिजनों के बयान दर्ज करने के बाद जांच शुरू कर दी है। पुलिस पता लगा रही है कि मृतक ने किन लोगों से कर्जा ले रखा था।
मामा ने फोन लगाकर भांजे को बताया मैं जहर खाकर दे रहा हूं जान, कर्जदारों से था परेशान
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