नई दिल्ली । इंदिरा गांधी इंटरनेशनल एयरपोर्ट के इमीग्रेशन एरिया में जल्‍द ही एक नया बदलाव होगा है। यह बदलाव इमीग्रेशन एरिया में लगने वाली लंबी कतारों को कम कर मुसाफिरों की जद्दोजहद को कम करेगा। बदलाव के तहत इमीग्रेशन एरिया में एक खास कॉरिडोर तैयार किया जाएगा, जिसमें इंटेलीजेंस ब्‍यूरो (आईबी) द्वारा चिन्हित किए गए मुसाफिरों की इमीग्रेशन जांच की जाएगी। खास बात यह है कि इमीग्रेशन की इस प्रक्रिया में किसी भी व्‍यक्ति को चंद सेकेंड का ही समय लगेगा। इमीग्रेशन ब्‍यूरो के नए प्‍लान के अनुसार, अब एयरपोर्ट पर पैसेंजर्स की पांचवीं कैटेगरी तैयार होगी। इस कैटेगरी में वह मुसाफिर शामिल किए जाएंगे, जो फ्रिक्‍वेंट फ्लायर हैं और इमीग्रेशन सिस्‍टम में इनका रिकॉर्ड काफी अच्‍छा है। इसतरह के मुसाफिरों को अब ट्रस्‍टेड पैसेंजर की श्रेणी में रखा जाएगा। योजना के तहत, इमीग्रेशन ब्‍यूरो द्वार चिन्हित किए गए मुसाफिरों का एक बार बायोमैट्रिक होगा और उनके पासपोर्ट और वीजा की डिटेल इमीग्रेशन सिस्‍टम में पहले से फीड कर दी जाएगी। सूत्रों के अनुसार, आईजीआई एयरपोर्ट पर इमीग्रेशन ई-गेट्स और ई-बायोमैट्रिक की योजना सुचारू रूप से लागू होने के बाद इस स्‍कीम का ट्रायल रन शुरू होगा। एयरपोर्ट पर तीनों योजनाओं के लागू होने के बाद इमीग्रेशन काउंटर्स पर यात्रियों की लंबी कतारें कल की बातें हो जाएंगी।