राजधानी समेत पूरे राज्य के मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है। कभी धूप का तीखापन तो कभी कोहरे और धुंध की चपेट से मौसम का मिजाज बदल रहा है। मौसम विज्ञान केंद्र रांची द्वारा जारी पूर्वानुमान के अनुसार, 7 फरवरी को राज्य में सुबह धुंध का प्रभाव दिखेगा और बाद में आसमान साफ रहेगा, जबकि मौसम शुष्क बना रहेगा।
वहीं, 8 से 10 फरवरी तक आंशिक बादल छाए रहेंगे और कहीं-कहीं वर्षा होने की संभावना है। 11 और 12 फरवरी को राज्य के पश्चिमी हिस्से - पलामू, गढ़वा, चतरा, कोडरमा, लातेहार और लोहरदगा में कुछ जगहों पर गर्जन के साथ हल्की वर्षा हो सकती है।
पिछले 24 घंटे के मौसम की बात करें तो राज्य में कुछ स्थानों पर हल्की वर्षा हुई। सबसे अधिक वर्षा 8 मिमी हजारीबाग के बरही में रिकार्ड की गई। अधिकतम तापमान 30.3 डिग्री सेल्सियस जमशेदपुर का रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 13.2 डिग्री सेल्सियस गोड्डा का रिकार्ड किया गया।
रांची की बात करें तो अधिकतम 28 डिग्री जबकि न्यूनतम 15.4 डिग्री सेल्सियस तापमान रहा। मौसम विज्ञानी अभिषेक आनंद ने बताया कि राजधानी के मौसम में बड़ा बदलाव देखा जा रहा है।
लगातार बढ़ रहे प्रदूषण के कारण राजधानी व आसपास के जिलों में वर्षा नहीं हो पा रही है। साथ ही निर्माण कार्य और सिमटती हरियाली के कारण धूलकणों की मात्रा भी बढ़ रही है।
जहां हरियाली कम वहां गर्म हो रही रांची
बता दें कि रांची में खासकर मेन रोड, अपर बाजार, हिंदपीढ़ी, रातू रोड, सर्कुलर रोड, पिस्का रोड, कोकर, डोरंडा आदि जगहों पर ठंड का असर कम ही देखा जा रहा है। इन जगहों पर ऊंची इमारतों का होना एवं हरियाली का कम होना बड़ा कारण है।
जब तक शहर में हरियाली रही एवं ऊंची इमारतें कम थी तब तक यहां के लोगों को तापमान में बड़े बदलाव का असर कम ही देखने को मिलता था। रांची शहर में जैसे-जैसे आबादी, वाहन एवं ऊंची इमारतें में बढ़ोत्तरी हुई, वैसे-वैसे सर्दी का प्रभाव भी कम हुआ है।
वाहनों के चलते ग्रीन हाउस गैसों के उत्सर्जन में भी बढ़ोत्तरी दर्ज की गई है। इस बढ़ती हुई गर्मी से सतही जल भी सूख गया है। जिस वजह से अब बादल बनने की प्रक्रिया धीमी हो गई है, पर्यावरण और धरती की नमी लगातार कम हो रही है।
पर्यावरणविद नीतीश प्रियदर्शी बताते हैं कि सिमटती हरियाली का सीधा असर पर्यावरण के साथ-साथ जलचक्र पर भी पड़ा है। उन्होंने कहा कि हिल स्टेशन के नाम से मशहूर राजधानी रांची में सर्दी की जगह गर्मी ने अपना असर बढ़ा दिया है।