न्यूयॉर्क : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी आज 9/11 मेमोरियल गए और 11 सितंबर 2001 के आतंकवादी हमलों में मारे गए तकरीबन तीन हजार लोगों को श्रद्धांजलि अर्पित की। मोदी ने पांच दिन की अपनी अमेरिका यात्रा के दूसरे दिन की शुरूआत मेमोरियल पर श्रद्धासुमन अर्पित कर की। इसे ग्राउंड जीरो के नाम से भी जाना जाता है जहां वर्ल्ड ट्रेड सेंटर के टावर 13 साल पहले हुए आतंकवादी हमले में तबाह कर दिए गए थे।
बेदाग सफेद कुर्ता और चूड़ीदार पायजामा पहने और बाएं कंधे पर सलेटी शाल डाले मोदी 9.11 मेमोरियल पहुंचे। वह म्यूजियम भी गए। गंभीर दिख रहे मोदी ने भूरे ग्रेनाइट स्मारक पत्थर पर एक के बाद एक गुलाब की पांच कलियां रखीं जहां आतंकवादी हमले में मरने वालों के नाम उकेरे हैं। वह थोड़ी देर के लिए वहां खड़े हुए और अपने हाथ जोड़े।
माना जा रहा है कि ओबामा वाशिंगटन में प्रधानमंत्री मोदी से बातचीत के दौरान आग्रह करेंगे कि भारत भी आईएस के खिलाफ अंतरराष्ट्रीय गठजोड़ में शामिल हो।
आईएस से क्षेत्र एवं विश्व की सुरक्षा को खतरे को देखते हुए राष्ट्रपति ओबामा वैश्विक नेताओं से इस संगठन के खिलाफ गठजोड़ में सहयोग की मांग कर रहे हैं। व्हाइट हाउस ने ओबामा और मोदी के बीच 29 एवं 30 सितंबर को होने वाले बातचीत के ब्यौरे के बारे में कोई टिप्पणी करने से इंकार किया है।
व्हाइट हाउस की राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद की प्रवक्ता कैटलीन हेडेन ने कहा, ‘‘जैसा कि हमने कहा है कि हमारा मानना है कि सभी देशों के लिए भूमिका है। इससे आगे मैं इस दौरे की विषयवस्तु को लेकर कुछ कहने की स्थिति में नहीं हूं।’’ आईएस के आतंकवादियों ने हाल के दिनों में दो अमेरिकी पत्रकारों और ब्रिटेन के एक सहायताकर्मी का सिर कलम कर दिया। इन घटनाओं के बाद से ही पश्चिम जगत में इस आतंकवादी संगठन के खिलाफ गठजोड़ की बुनियाद पड़ी।