नई दिल्ली ।  माकपा ने कोरोना  मामलों में वृद्धि के बावजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चुनाव प्रचार करने का आरोप लगाया और कहा कि  वह देश के प्रधानमंत्री की नहीं बल्कि एक ‘‘प्रतिबद्ध पार्टी प्रचारक’’ के रूप में अपनी भूमिका का प्रदर्शन कर रहे हैं। माकपा महासचिव सीताराम येचुरी ने कई ट्वीट करके कहा कि जब हम भारतीय एक महामारी के प्रकोप से पीड़ित हैं, तो दुर्भाग्य से हमारे पास कोई केंद्र सरकार नहीं है। उन्होंने कहा कि हमारे पास एक चुनाव प्रचारक वाली एक पीआर (जनसम्पर्क) कंपनी है, जिसने निर्लजता से जनता को दुख, दर्द में छोड़ दिया है।
उन्होंने कहा कि मोदी के लिए पार्टी के एक प्रतिबद्ध प्रचारक के रूप में अपनी भूमिका का प्रदर्शन करना भारत के प्रधानमंत्री की भूमिका का प्रदर्शन करने से अधिक महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि इसलिए उनकी प्राथमिकता चुनाव प्रचार है, यदि कुछ समय बचता है, तो वह टीवी पर तस्वीरों और सुर्खियों में उसे लगाते हैं। उन्होंने कहा कि यह बहुत ही खराब स्थिति है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘भारत कई दशकों में अपने सबसे भीषण संकट का सामना कर रहा है जिसे एक पूर्व सेना प्रमुख ने युद्ध की तरह बताया है। लेकिन मोदी चुनाव प्रचार में व्यस्त हैं, राज्य के मुख्यमंत्रियों के लिए अनुपलब्ध हैं और संक्रमण फैलाने वाले कार्यक्रमों की समाप्ति के बाद एक बैठक करने का दिखावा करते हैं।’’ वाम नेता ने उल्लेखित किया कि उनकी पार्टी ने पहले ही घोषणा कर दी है कि वह पश्चिम बंगाल में चुनाव प्रचार के लिए बड़ी सार्वजनिक रैलियां नहीं करेगी।
उन्होंने ट्वीट किया, ‘‘कांग्रेस ने भी इसकी घोषणा की है। लेकिन भाजपा के यह नेता, जो गृह मंत्री भी हैं, कोविड-19 के बारे में हास्यास्पद, अवैज्ञानिक बातें करते हैं। क्या उनकी और मोदी की रैलियां भारतीयों के जीवन से ज्यादा महत्वपूर्ण हैं?