जबलपुर । शहर खासकर देहात क्षेत्रों में बिना फिटनेस, परमिट के चल रहे यात्री आटो हादसे का कारण बन रहे हैं, यही वजह है कि क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने 15 साल से ज्यादा पुराने पंजीकृत 2890 आटो के पंजीयन निरस्त कर दिए हैं। वहीं क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय में सूची भी चस्पा कर दी गई है। जिन आटो के पंजीयन निरस्त किए गए हैं यदि अब वे सवारी बैठाकर सड़क पर चलते पाएं गए तो आटो चालक पर नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए क्षेत्रीय परिवहन कार्यालय ने पंजीयन निरस्त किए गए 2890 आटो की सूची भी अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक यातायात और विभागीय उड़नदस्ते को भी भेज दी है।
जांच दल को भी सूची सौंपी
क्षेत्रीय परिवहन अधिकारी जितेंद्र सिंह रघुवंशी ने बताया कि एक जनहित याचिका के परिपेक्ष्य में केंद्रीय मोटरयान अधिनियम की धारा 55 तीन तहत 2890 यात्री आटो के पंजीयन निरस्त कर दिए गए हैं। याचिका में बिना फिटनेस और बिना परमिट की वैधता के चलने वाले ऐसे आटो को जनता के लिए खतरा निरूपित किया गया था। पंजीयन निरस्त करने से पहले आटो चालकों को अपना अभ्यावेदन प्रस्तुत करने के लिए पर्याप्त समय दिया गया था। इसके बाद आटो का पंजीयन निरस्त करते हुए सूची भी चस्पा कर दी गई है। वहीं यातायात पुलिस और जांच दल को भी सूची सौंपी गई है।
शहर में कम, देहात में चल रहे
विदित हो कि शहर में आरटीओ की कार्रवाई के बाद 15 साल से ज्यादा पुराने हो चुके आटो अब नजर नहीं आ रहे। शहर में इक्का-दुक्का आटो ही चल रहे जबकि बरगी, बरेला, कुंडम सहित आस-पास के ग्रामीण क्षेत्रों में अब बिना फिटनेस, परमिट के आटो चल रहे हैं।