भोपाल । असम में राहुल गांधी की भारत जोड़ो न्याय यात्रा को रोकने को लेकर मंगलवार को प्रदेश के सभी जिला मुख्यालय पर कांग्रेस ने प्रदर्शन किया। भोपाल के रोशनपुरा चौराहे पर बड़ी संख्या में कांग्रेस पदाधिकारियों ने मौन धरना दिया। इसमें पीसीसी चीफ जीतू पटवारी, पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह और विधानसभा नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार समेत अन्य कांग्रेस पदाधिकारी शामिल हुए। पीसीसी चीफ जीतू पटवारी ने कहा कि भारत जोड़ो न्याय यात्रा से बौखलाई भारतीय जनता पार्टी अब संवैधानिक और नागरिक अधिकारों का भी खुला उल्लंघन कर रही है। धार्मिक स्वतंत्रता के संवैधानिक अधिकार को प्राप्त करने वाला देश का हर नागरिक स्वेच्छा से मंदिर में दर्शन भी नहीं कर सकता, क्यों? क्या भाजपा और मोदी जी को यह डर था कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के दौरान राहुल गांधी की धार्मिकता सामने आने से उन्हें राजनीतिक रूप से नुकसान होगा? यही वजह थी कि देश के सबसे भ्रष्ट मुख्यमंत्री को सीधे तौर पर कानून और संविधान का उल्लंघन करने का आदेश दे दिया गया? वहीं, नेता प्रतिपक्ष उमंग सिंगार ने कहा कि कांग्रेस कार्यकर्ताओं को अब गांधी नहीं सुभाष चंद्र बोस की विचारधारा पर चलना होगा। उन्होंने कहा राहुल गांधी देश के लोकतंत्र को बचाने के लिए यात्रा निकाल रहे हैं। उन्होंने भाजपा पर निशाना साधते हुए कहा कि भाजपा महंगाई, भ्रष्टाचार, बेरोजगारी पर बात नहीं करती है।
दिग्गी बोले- यह कैसा रामराज्य
पूर्व सीएम दिग्विजय सिंह ने मामले में सवाल उठाते हुए कहा कि यह कैसा राम राज्य? उन्होंने कहा कि राम मंदिर की प्राण प्रतिष्ठा के समय एक तरफ कहा जाता है कि जो जहां है, वहां मंदिर में पूजा करें। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी असम के मंदिर में पूजा करने जाते है तो उनको रोक दिया जाता है। उन्होंने कहा कि राहुल गांधी इस अन्याय के खिलाफ यात्रा निकाल रहे हैं।
राहुल गांधी 6700 किमीमीटर चलेंगे
14 जनवरी को मणिपुर से शुरू हुई यह यात्रा 20 मार्च को मुंबई पहुंचकर संपन्न होगी। राहुल गांधी की यह यात्रा मणिपुर से शुरू हुई नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश, मेघालय, असम, पश्चिम बंगाल, बिहार, झारखंड, उत्तर प्रदेश, ओडिशा और गुजरात को भी कवर करेगी। राहुल यात्रा के दौरान मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान भी जाएंगे। यह यात्रा 67 दिनों में 110 जिलों से होकर 6,700 किलोमीटर से अधिक की होगी।