4 लाख का गार्डन, 3 बड़े बैंड्स की बुकिंग रद्द कर घर से होगी इकलौते बेटे की शादी; इधर कोरोना के डर से 86 साल के पिता बेटे की शादी में नहीं हो पाएंगे शामिल
मैरिज गार्डन संचालकों ने गेट पर सैनिटाइजर से भरा डिस्पेंसर लगा दिया है।
मध्यप्रदेश में कोरोना गाइडलाइन ने बढ़ाई चिंता, सिर्फ 50 लोग ही हो सकते हैं शादी में शामिल
ग्वालियर के मेहरबानसिंह। पेशे से कांट्रैक्टर हैं। उनका एक ही बेटा है शिवम। धूमधाम से शादी के अरमान लिए मेहरबानसिंह ने मेला ग्राउंड में चार लाख रुपए में गार्डन बुक कर दिया। तैयारियां शुरू की और 22 अप्रैल के रिसेप्शन के लिए दो हजार कार्ड भी बांट दिए। शहर में यादगार बारात के लिए तीन बड़े बैंड बुक किए थे। सब कुछ तय हो गया, लेकिन अब सब धरा रह गया। इससे दो समस्या खड़ी हो गई हैं। पहली, शादी आगे कैसे बढ़ाएं, क्योंकि बेटे के लिए डेढ़ साल तक मुहूर्त नहीं है। दूसरी, 2000 में से 50 मेहमान कैसे चुनें। दो दिन माथापच्ची के बाद तय किया कि बाहर से किसी मेहमान को नहीं बुलाएंगे, केवल घर वालों की उपस्थिति में फेरे कराए जाएंगे। 50 लोगों के लिहाज से गार्डन की बुकिंग रद्द कर दी और होटल में एसी हॉल बुक किया है।
यह सिर्फ मेहरबानसिंह की समस्या नहीं, बल्कि मध्यप्रदेश के हर उस घर की कहानी है, जिनके यहां अप्रैल या मई में फेरे होने वाले हैं। अप्रैल, मई और जून में 34 मुहूर्त हैं, लेकिन इनमें से 21 मुहूर्त पर कोरोना कर्फ्यू, वीकेंड कर्फ्यू और लॉकडाउन का साया पड़ा है। सबसे ज्यादा मुसीबतें इंदौर, भोपाल, ग्वालियर, जबलपुर जैसे शहरों में हैं, जहां लंबा लॉकडाउन लगा दिया गया। ज्यादा केस आने से यह और बढ़ने के आसार तय हैं। नतीजतन, 40% शादियां दीवाली तक टाल दी गई हैं, तो 50% लोग तय नहीं कर पा रहे हैं कि क्या करें। मेहरबानसिंह जैसे 10% लोग हैं, जिन्होंने तुरत-फुरत में कार्यक्रम को शार्ट करके शादी बरकरार रखी है। सरकार ने कोरोना कर्फ्यू लगा दिया। शादी समारोह में सिर्फ 50 लोगों के शामिल होने की इजाजत है। कर्फ्यू में सड़क पर बारात भी नहीं निकाल सकते।
इस साल के वैवाहिक मुहूर्त
अप्रैल 2021: इस माह में 8 शुभ दिन हैं। ये शुभ तारीखें हैं 22, 24, 25, 26, 27, 28, 29 और 30 अप्रैल।
मई 2021: साल में सबसे ज्यादा शादियां मई में होंगी। कुल 16 मुहूर्त हैं, जिनकी तारीखें हैं 1, 2, 7, 8, 9, 13, 14, 21, 22, 23, 24, 25, 26, 28, 29 और 30 मई।
जून 2021: विवाह मुहूर्तों के लिए 8 शुभ दिन हैं। ये हैं जो 3, 4, 5, 16, 20, 22, 23 और 24 जून हैं।
वीकेंड लाॅकडाउन पर पड़ रहे मुहूर्त
शुक्रवार शाम 6 बजे से सोमवार सुबह 6 बजे तक प्रदेश के ज्यादातर शहर में कोरोना कर्फ्यू व वीकेंड लॉकडाउन है। ऐसे में शुक्रवार, शनिवार व रविवार को जिनके भी शादी पड़ रही हैं, वे टेंशन में हैं। अप्रैल में कोरोना से बुरा हाल है। आगे मई और जून में भी यही हाल रह सकता है, इसलिए लोग इन तीन महीनों की शादियों को रद्द कर दीवाली बाद का प्लान कर रहे हैं। वीकेंड पर पड़ने वाले मुहूर्त यह हैं -
अप्रैल में 22 तारीख से शादी मुहूर्त है। 24, 25 व 30 अप्रैल की तारीखें वीकेंड लॉकडाउन में फंस रही हैं। कई जगह लॉकडाउन बढ़ा दिया है।
मई में 1, 2, 7,8,9,21,22,23, 28 मई के मुहूर्त वीकेंड पर आ रहे हैं।
जून में 4,5,6,18,19,20,25, 26 जून की तिथि वीकेंड कर्फ्यू में उलझ रही हैं।
22 अप्रैल की शादी के लिए फलदान समारोह में सैनिटाइजर से हैंड वॉश कर जाते हुए लोग, अंदर लोगों को मास्क भी बांटे जा रहे हैं
ऐसी मजबूरी कि मामा, बहन, जीजाजी भी नहीं आ सकेंगे
इंदौर के विद्या नगर निवासी महेश भराणी के अनुसार सारे आयोजन पहले ही तय कर दिए थे। अब 24 अप्रैल की रात माहेश्वरी भवन में मेहमानों समेत पहुंचेंगे। 25 अप्रैल को गणेश जी की स्थापना, सगाई, महिला संगीत करेंगे। पहले शादी नवंबर में करने वाले थे। सोचा था, अप्रैल तक कोरोना वैक्सीन आ जाएगी, तो सब कुछ सामान्य हो जाएगा, लेकिन हालात अब भी वैसे ही हैं। 86 वर्षीय पिता जुगलकिशोर भराणी सहित मामा, बहन व जीजाजी के परिजन भी शामिल नहीं हो पा रहे।
अरमान पूरे करें या शादी निपटाएं
ग्वालियर के मुरार निवासी शुभम पाठक अपने पिता का इकलौता बेटा है। पिता PWD में अफसर हैं। इकलौता बेटा है, इसलिए धूमधाम से शादी करने का मन था। 29 अप्रैल की शादी है। 22 अप्रैल का फलदान है। शादी के लिए मेला में कुसुमाकर गार्डन बुक किया था। दिल्ली से कैटरिंग सर्विस वाले आ रहे हैं। 1500 लोगों को अभी तक शादी का कार्ड बांट चुके हैं। अब कोरोना के चलते सिर्फ 50 लोग ही बुला सकते हैं। ऐसे में समस्या यह है कि किसे बुलाए किसे नहीं। शादी रद्द नहीं कर सकते क्योंकि 2 साल तक वापस शादी का योग नहीं है। अभी तक निर्णय नहीं ले पाए हैं, क्या करें।
गार्डन से रद्द कर होटल में की बुकिंग
ग्वालियर के सिटी सेंटर निवासी मेहरबान सिंह ठेकेदार हैं। इकलौते बेटे शिवम की शादी धूमधाम से करना चाहते हैं। मेला ग्राउंड में 4 लाख में गार्डन बुक किया है। 2000 लोगों को बुलावा भेज चुके हैं। 22 अप्रैल की शादी है। सोचा था, धूमधाम से सड़क पर बारात निकालेंगे। तीन बैंड बुक किए हैं। अब अरमान रखे रह गए। 18 महीने तक बेटे की शादी का मुहूर्त नहीं है। अभी करते हैं, तो 2000 में से कौन 50 होंगे यह टेंशन है। अब घर के लोग ही शादी में शामिल होंगे। गार्डन की बुकिंग रद्द कर होटल में एसी हॉल बुक किया है।
2 मई की शादी देवउठनी ग्यारस पर
इंदौर के ही एबी रोड स्थित पंचवटी निवासी शिव कुमार शिंदे ने बताया, बेटे की शादी 2 मई को थी। इस दिन रविवार का लॉकडाउन और 50 सदस्यों में कैसे शादी समारोह होता, यह समझ नहीं आ रहा था, इसलिए परिजन से चर्चा कर कोरोना संक्रमण के खतरे को देखते हुए शादी देवउठनी ग्यारस के बाद नवंबर-दिसंबर में करने का निर्णय लिया है। महाराष्ट्र व राजस्थान के रिश्तेदारों ने भी असमर्थता जताई थी।
हर शहर की अलग गाइडलाइन
इंदौर
इंदौर में 19 अप्रैल तक कोरोना कर्फ्यू लगा है। ऐसे में शादी समारोहों पर वैसे ही ग्रहण लग गया है। लोग शादियां रद्द कर रहे हैं या आगे बढ़ा रहे हैं। शादी के लिए कोरोना गाइडलाइन सख्त है। शादी, विवाह कार्यक्रम में अधिकतम 50 व्यक्ति (वर-वधू पक्ष, पुजारी आदि को मिलाकर) रह सकेंगे। बारात में 50 व्यक्ति ही रह सकेंगे। साथ ही, कर्फ्यू में सड़कों पर बारात नहीं निकल सकेगी। इंदौर में करीब 400 मैरिज गार्डन, विवाह वाटिका हैं।
भोपाल
भोपाल में भी कोरोना बिगड़ी हालत में है। यहां 24 घंटे में 1497 संक्रमित और 4 की मौत हुई है। यहां भी कोरोना कर्फ्यू लगा हुआ है। ऐसे में यहां भी शादी समारोह में कोरोना गाइडलाइन लागू है। साथ ही, कर्फ्यू के समय सड़कों पर बारात आदि नहीं निकाल सकेंगे। शादी से पहले सूचना संबंधित SDM को देनी होगी। भोपाल में भी 350 से 400 छोटे-बड़े मैरिज गार्डन, वाटिका हैं।
ग्वालियर, भिंड, मुरैना
ग्वालियर, भिंड व मुरैना में स्थिति और भी खतरनाक है। ग्वालियर में बीते 24 घंटे में 801 संक्रमित व 9 की मौत हो चुकी है। वीकेंड कर्फ्यू लागू है। ग्वालियर में 15 अप्रैल सुबह 6 बजे से 7 दिन का कोरोना कर्फ्यू लगाया जा रहा है। भिंड-मुरैना में वीकेंड कर्फ्यू है। शादी में सिर्फ 50 लोग ही शामिल हो सकते हैं। न सड़कों पर बारात निकाल सकते हैं न ही नाच गाना। ऐसे में यहां अप्रैल, मई व जून में होने वाली 40 फीसदी शादियां रद्द हो चुकी हैं। ग्वालियर, भिंड, मुरैना में 550 मैरिज गार्डन, वाटिका हैं। शादियां रद्द होने से मैरिज गार्डन, 1000 कैटरिंग सर्विस वाले, 1500 फ्लॉवर डेकोरेटर, 1600 लाइट वाले, 700 टेंट व 250 बैंड वालों को कारोड़ों का नुकसान हो रहा है।
जबलपुर
जबलपुर में 22 अप्रैल की सुबह 6 बजे तक कोरोना कर्फ्यू है। इसके अलावा, सप्ताह में शनिवार व रविवार को टोटल लॉकडाउन लागू है। रात में 10 से सुबह छह बजे तक सामान्य दिनों में नाइट कर्फ्यू लागू है। कई घरों में डिजिटल कार्ड बनवा कर सीमित लोगों को भेज रहे हैं। जबलपुर में करीब 135 मैरिज गार्डन, विवाह वाटिका व बारात घर हैं। शादी समारोह में वर व वधु पक्ष के 50 लोग ही शादी में शामिल हो सकते हैं। बारात निकालने और डांस पर रोक है। बारात घर व होटलों में शादी की वीडियोग्राफी कराकर सीडी थाने में और SDM कार्यालय में जमा करानी है।
रीवा
रीवा में प्रशासन की पुरानी गाइडलाइन में अभी सिर्फ दोनों पक्षों से 20-20 लोग समेत 40 लोग ही शामिल होने की अनुमति है। रीवा में करीब 100 मैरिज गार्डन व पैलेस हैं। इनको शादी से पहले जिला प्रशासन को सूचना देनी होगी। जिसकी एक प्रति संबंधित थाने व स्वास्थ्य विभाग को देनी होगी। साथ ही, मैरिज गार्डन व पैलेस संचालक को सभी के फोन नंबर व हिस्ट्री रखनी होगी।
खंडवा
गाइडलाइन अनुसार शादी में दोनों पक्ष से 50 से ज्यादा मेहमान शामिल नहीं हो सकेंगे। विवाह की अनुमति सक्षम अधिकारी यानि SDM या कार्यपालिक मजिस्ट्रेट से लेनी होगी। इसी तरह यदि दूसरे जिले से बारात आती है तो रास्ते में चेकिंग के दौरान बारातियों को परमिशन के साथ कोविड निगेटिव रिपोर्ट दिखानी होगी।