भोपाल : राजस्व मंत्री करण सिंह वर्मा ने मंत्रालय के एनआईसी कक्ष से वर्चुअली राजस्व विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों और मैदानी अमले को राजस्व महाअभियान के सफल संचालन सुनिश्चित करने के लिये आवश्यक निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि राजस्व प्रकरणों के निराकरण के लिये तय की गई समय-सीमा में प्रकरण निराकरण करना सुनिश्चित करें। नामांतरण प्रकरणों को 30 दिवस, आविवादित बंटवारा प्रकरणों को 45 दिवस में निराकृत करना सुनिश्चित करें। लंबित राजस्व प्रकरणों का शत-प्रतिशत निराकरण सुनिश्चित किया जाये। सीमांकन, नामांकन और बंटवारा आदि के प्रकरणों का तय समय-सीमा में निराकरण नहीं करने वालों के विरुद्ध कार्यवाही की जाये।
राजस्व मंत्री वर्मा ने कहा कि सीमांकन का आवेदन प्राप्त होने पर संबंधित भूमि का सीमांकन करने की कार्यवाही तुरंत की जाये। सीमांकन के समय पड़ोसी किसान को सूचित किया जाये और उनकी उपस्थिति में सीमांकन की कार्यवाही पूर्ण हो। पटवारी द्वारा किये गये सीमांकन की जाँच तहसीलदार अपने स्तर से करायें और यदि सीमांकन में कोई त्रुटि हो, तो संबंधित पटवारी के विरुद्ध अनुशासनात्मक कार्यवाही की जाये। उन्होंने कहा कि राजस्व विभाग आम नागरिकों की सेवा के लिये है। आम जनता से राजस्व विभाग के अधिकारी-कर्मचारियों को न्याय करने के साथ विनम्र व्यवहार करें।
राजस्व मंत्री वर्मा ने कहा कि महाअभियान के दौरान बी-1 का वाचन कर फौती नामांतरण अथवा अन्य कोई समस्या हो, उसका निराकरण किया जाये। पीएम किसान योजना में छूटे हुए पात्र हितग्राहियों को जोड़ा जाये। खसरा एवं नक्शा में एकरूपता लाने के लिये आवश्यक है कि खसरा अनुसार बटांकन का कार्य नक्शा में पूरा किया जाये।
राजस्व मंत्री वर्मा ने कहा कि किसानों को किसी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिये। सभी अधिकारी जनता की सेवा करें और भ्रष्टाचारमुक्त कार्यवाही सुनिश्चित करें। उन्होंने कहा कि जनता के सम्मान से ही विभाग का सम्मान होगा। विभाग की गरिमा को बढ़ाना हम सबका दायित्व है। उन्होंने कहा कि कलेक्टर और कमिश्नर अपने क्षेत्र में भ्रमण करें और मैदानी अमले द्वारा महाअभियान में किये जा रहे कार्य की मॉनीटरिंग करें। मंत्री वर्मा ने कहा कि वह स्वयं भी संभाग और जिलों का दौरा करेंगे और उनके भ्रमण के दौरान लापरवाही मिलने पर संबंधित अधिकारी-कर्मचारी के खिलाफ सख्त कार्यवाही की जायेगी।
प्रमुख सचिव राजस्व निकुंज श्रीवास्तव ने राजस्व महाअभियान के संबंध में विस्तृत प्रस्तुतिकरण दिया। उन्होंने बताया कि 15 जनवरी से शुरू हुआ राजस्व महाअभियान 29 फरवरी तक संचालित होगा। अभियान की समीक्षा में प्रमुख राजस्व आयुक्त विवेक पोरवाल, सभी जिलों के कलेक्टर, अनुविभागीय अधिकारी (राजस्व), तहसीलदार आदि उपस्थित रहे।