रातू इलाके में रहने वाले कोयला कारोबारी अभिषेक श्रीवास्तव हत्याकांड में टीएसपीसी ने हत्या की जिम्मेदारी ली है। संगठन ने पर्चा भेजकर और फोन कर जिम्मेदारी ली है। हालांकि इस मामले में मृतक अभिषेक के भाई विवेक के बयान पर टीएसपीसी के दो उग्रवादी जयमंगल और बलवंत के खिलाफ रातू थाना में नामजद प्राथमिकी दर्ज कराई गई है। पुलिस को पहले से शक था कि अभिषेक की हत्या के पीछे टीएसपीसी का हाथ है।
पुलिस का कहना है कि घटना में शामिल उग्रवादियों को जल्द पकड़ लिया जाएगा। इस हत्याकांड में इरफान का नाम सामने आ रहा है जो बालूमाथ का रहने वाला है। इरफान की तलाश में रांची पुलिस और बालूमाथ पुलिस छापेमारी कर ही है।
उसके गिरोह के तीन सदस्यों को हिरासत में लिया गया है। सभी से रातू थाना में पूछताछ की जा रही है। हिरासत में लिए गए आरोपितों की निशानदेही पर ही छापेमारी की जा रही है। टीएसपीसी द्वारा कई बड़ी घटनाओं को अंजाम दिया गया है।
ये लिखा था पर्चा में
चार जनवरी को रांची में तिलता चौक के समीप आस्थापुरम में अभिषेक श्रीवास्तव की गोली मारकर हत्या टीपीसीएस संगठन द्वारा की गई है। अभिषेक श्रीवास्तव को लगातार चेतावनी दी जा रही थी। संगठन का पैसा खा कर बैठा था उसे वापस करने के लिए बोला जा रहा था।
क्षेत्र में जो भी कोयला का काम कर रहा था, बंद करने के लिए बोला जा रहा था। पर न तो उसने काम बंद किया और न ही संगठन का पैसा लौटाया। इस कारण संगठन द्वारा अभिषेक पर फौजी कार्रवाई की गई। कुछ माह पूर्व लातेहार के बालूमाथ में राजेंद्र प्रसाद साहु पर संगठन द्वारा फौजी कार्रवाई की गई थी। पर्चा में चेतावनी दी गई है कि क्षेत्र में जितने भी ट्रांस्पोर्टर, डीओ होल्डर, सभी तरह की कंपनियां, छोटे बड़े लिफ्टर, ठेकेदार हैं, संगठन से बात करके ही काम करें। अन्यथा परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहें।
विवेक के घर की सुरक्षा बढ़ी
कारोबारी अभिषेक की हत्या के बाद एसएसपी चंदन सिन्हा ने मृतक के भाई विवेक को बाडीगार्ड दिया है। बार्डगार्ड को आदेश दिया गया है कि वह हर पल विवेक के साथ रहे। हालांकि इसके अलावा विवेक ने प्राइवेट बाडीगार्ड रखा है। पुलिस द्वारा विवेक के घर की भी सुरक्षा बढ़ा दी है।