इन्दौर । भावसार समाज इन्दौर द्वारा प्रतिवर्षानुसार कुल देवी माँ हिंगलाज की जयंती एवं माँ हिंगलाज मंदिर का वार्षिकोत्स पर इस वर्ष कोरोना वायरस को लेकर शासन-प्रशासन द्वारा जारी दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए एवं समाज बंधुओं की सुरक्षा को देखते हुए कोई आयोजन नहीं करने का निर्णय समाज पदाधिकारियों द्वारा लिया गया, परंतु इस अवसार पर माँ का अभिषेक, नवचण्डी यज्ञ, ध्वजा परिवर्तन, 56 भोग, आदि का आयोजन कोरोना प्रोटोकाल अनुसार होगा। साथ ही संपूर्ण विश्व के साथ इन्दौर को कोरोना वायसर से बचाव हेतु विशेष यज्ञ हवन का आयोजन भी किया जावेगा, जिसमें सिमित मात्रा में समाज के पदाधिकारी एवं पंडित शामिल होंगे। 
सचिव प्रदीप भावसार ने बाताया कि प्रतिवर्षानुसार इस वर्ष समाज माँ हिंगलाज प्राकट्योत्सव महोत्सव पर आयोजित सामूहिक भोजन प्रसादी (भंडारा) एवं चल समारोह, कोरोना वायरस को लेकर शासन द्वारा जारी निर्देशो को देखते हुए जिला प्रशासन द्वारा आयोजन की अनुमति निरस्त करने एवं समाज बंधुओ की सुरक्षा को देखते हुए स्थगित किया जा रहा है, परिस्थिति अनुकूल होते ही भोजन प्रसादी का कार्यक्रम रखा जावेगा। 
समाज के अध्यक्ष विपिन भावसार ने कहा कि हम गत वर्ष की भांति इस वर्ष भी हम कोरोना महामारी ओर शासन के दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए माँ हिंगलाज प्राकट्य उत्सव सामूहिक रूप से नहीं कर पा रहे है। उन्होंने समाज बंधुओं से अपील की है कि समस्त भावसार बंधु माँ हिंगलाज प्राकट्य उत्सव पर ऐसे करें आराधना - 
माँ हिंगलाज प्राकट्योत्सव (हिंगलाज तेरस) शुक्रवार, 9 अप्रैल के दिन सभी अपने घरों पर ही रहकर एक ही समय में माँ की आराधना करें - 
1. प्रातः माँ की आराधना मंत्रोच्चार से करें और चूरमे का भोग लगावें। 
2. घरों पर केशरिया ध्वज लगावे। 
3. घर के आंगन में रांगोली बनावे।
5. घरों पर शाम को 5 दीपक लगावें। 
4. शाम को  ठीक 7.00 बजे माँ हिंगलाज की आरती सम्पूर्ण परिवार के साथ करें।

:: बिज मंत्र :: 
ॐ ऐं ह्रीं श्रीं हिंगुलाये नमः
ॐ हिंगोल परम हिंगोल अमृतरूपणी,
तन्नो शक्ति मने शिवे श्री हिंगलाये नमः।।