भोपाल । अप्रैल-मई में लोकसभा चुनाव को देखते हुए चुनाव आयोग ने तैयारी प्रारंभ कर दी है। छह जनवरी से विशेष पुनरीक्षण अभियान प्रारंभ किया जा रहा है, जिसमें मतदाता सूची में नाम जोड़ने, हटाने और संशोधन के लिए आवेदन लिए जाएंगे। इसके साथ-साथ घर-घर संपर्क अभियान चलेगा, जिसमें उन मतदान केंद्रों पर विशेष ध्यान दिया जाएगा, जहां विधानसभा चुनाव में मतदान प्रतिशत कम रहा है। इसके लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने 75 प्रतिशत से कम मतदान वाले विधानसभा क्षेत्रों के लिए विशेष अभियान चलाने की कार्ययोजना बनाई है।
मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए चलाया था अभियान
विधानसभा चुनाव के समय मतदान प्रतिशत बढ़ाने के लिए मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी कार्यालय ने मतदाता जागरुकता अभियान के अंतर्गत कई गतिविधियां संचालित की थीं। इसमें मतदाताओं से दो-तीन बार संपर्क किया गया। मतदाता मार्गदर्शिका भी घर-घर बंटवाई। इसके बाद भी लगभग 30 विधानसभा क्षेत्र ऐसे थे, जहां मतदान 75 प्रतिशत से कम रहा।
मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलेगा
चार विधानसभा क्षेत्र (जोबट में 54.37, भिंड में 58.24, ग्वालियर पूर्व में 57.94 और भोपाल दक्षिण-पश्चिम में 59.11) तो ऐसे रहे, जहां मतदान का प्रतिशत 60 प्रतिशत से भी कम रहा। ऐसे सभी क्षेत्रों में मतदाता जागरुकता कार्यक्रम चलाया जाएगा।
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी ने कही ये बात
मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन ने बताया कि लोकसभा चुनाव को लेकर तैयारी चल रही है। सभी जिला निर्वाचन अधिकारियों के साथ जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारियों से कहा गया है कि मतदाता जागरुकता कार्यक्रम पर ध्यान दें। मतदान प्रतिशत बढ़े, इसको लेकर मतदान केंद्र चिन्हित करके काम किया जाए, ताकि सार्थक परिणाम मिल सकें।
इन विधानसभा क्षेत्रों में दिया जाएगा ध्यान
विधानसभा क्षेत्र
मतदान प्रतिशत
मुरैना 64.35
दिमनी 69.79
अंबाह 60.50
अटेर 64. 22
लहार 67.24
मेहगांव 64.97
गोहद 61.52
ग्वालियर दक्षिण 63.83
सागर 66.77
चंदला 67.80
त्यौंथर 68.66
मऊगंज 67.91
देवतालाब 63.20
मनगवां 62.36
नरेला 65.48
भोपाल मध्य 60.54
गोविंदपुरा 63.03
खंडवा 66.89