भिंड । जिला अस्पताल के मेटरनिटी के डिलेवरी वार्ड में प्रसूता की मौत हो गई। इससे प्रसूता के पेट बच्चा की भी मौत हो गई। इससे स्वजन हंगामा करने लगे। घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव जिला अस्पताल पहुंच गए। पीड़ित परिवार से चर्चा के बाद रात में ड्यूटी पर तैनात दो नर्साें को सस्पेंड कर दिया है। जबकि महिला डाक्टर पर कार्रवाई को लेकर वरिष्ठ कार्यालय प्रस्ताव भेज रहे हैं। जानकारी के अनुसार 33 वर्षीय रेखा राठौर पत्नी चरण सिंह राठौर निवासी वार्ड 13 फूफ को बुधवार सुबह प्रसव दर्द हुआ। स्वजन डिलेवरी के लिए महिला को जिला अस्पताल लेकर आए। दोपहर में महिला का चेकअप के बाद डाक्टर व स्टाफ ने कहा कि डिलेवरी नार्मल हो जाएगी। रात करीब एक बजे अचानक महिला की हालत बिगड़ने लगी तो स्टाफ महिला को डिलेवरी रूप में ले गया। स्टाफ ने स्वजनों से कहा कि प्रसूता का बीपी डाउन हो रहा है इसलिए ब्लड का इंतजाम जल्द से जल्द करें। आधा घंटे बाद स्टाफ बोला कि अब ब्लड की जरूरत नहीं है। महिला की हालत में सुधार हाे रहा है। रात करीब तीन बजे प्रसूता की डिलेवरी से पहले मौत हो गई। प्रसूता के पास मौजूद सास मुन्नी देवी और देवरानी प्रीती ने बाहर आकर बताया कि रेखा की मौत हो गई है। इसके बाद स्वजन रात से ही हंगामा करने लगे। मृतिका के पति चरण सिंह का कहना है, कि उसके तीन बेटियां पहले से थी। चौथा प्रसव होने जा रहा था। चौथे प्रसव में लड़का हुआ। परिवार को एक लड़के का इंतजार था। रेखा की मौत के बाद परिवार में मातम छा गया। तीनों मासूम लड़कियां मौत की खबर सुन बिलख उठी। वहीं चरण सिंह ने आरोप लगाते हुए कहा कि मुझे समय रहते बताया जाता तो मैं ग्वालियर लेकर चला जाता। अब मेरा सब कुछ बर्बाद हो गया।
सुबह कलेक्टर पहुंचे, नर्साें को सस्पेंड किया
घटना की जानकारी मिलते ही कलेक्टर संजीव श्रीवास्तव अलसुबह से ही जिला अस्पताल पहुंच गए। कलेक्टर ने सबसे पहले मृतिका के स्वजनों से चर्चा की तो उन्होंने स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाया। इसके बाद कलेक्टर ने मृतिका के इलाज की फाइल मंगाई। इसके बाद कलेक्टर ने नर्स राजकुमारी व एक अन्य नर्स को सस्पेंड कर दिया। महिला डाक्टर रश्मि उपाध्याय पर कार्रवाई को लेकर वरिष्ठ कार्यालय प्रस्ताव भेजने के लिए कहा है।