मुंबई । भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने कहा है कि वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ की दर पहली तिमाही में 26.2 फीसदी रह सकती है। आरबीआई ने नए वित्त वर्ष के अपने पहले पॉलिसी का एलान करते हुए कहा कि वित्त वर्ष 2022 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 10.5 फीसदी पर बनाए रखा गया है। ग्लोबल ग्रोथ में धीरे-धीरे रिकवरी आ रही है लेकिन अभी भी तमाम आशंकाएं और अनिश्चितताएं बनी हुई है। गौरतलब है कि पिछली पॉलिसी मीट में भी आरबीआई ने वित्त वर्ष 2022 के लिए जीडीपी ग्रोथ अनुमान 10.5 फीसदी ही दिया था। देश में ग्रोथ को कोविड की वजह से भारी मार पड़ी है। सप्लाई चेन प्रभावित हुई है। आरबीआई ने वित्त वर्ष 2021 में जीडीपी में 7.5-8 फीसदी के संकुचन का अनुमान किया है। आरबीआई गर्वनर शक्तिकांता दास ने कहा कि वैक्सीन की उपलब्धता, इसके वितरण में तेजी और इसकी प्रभाविता ग्लोबल इकोनॉमी में रिकवरी में अहम भूमिका निभाएगी। इसके अलावा इंफ्रा सेक्टर में पब्लिक इन्वेस्टमेंट इकोनॉमी ग्रोथ और रिकवरी के लिए महत्तवपूर्ण है। वित्त वर्ष 2021-22 के लिए रियल जीडीपी ग्रोथ की दर पहली तिमाही में 26.2 फीसदी, दूसरी तिमाही में 8.3 फीसदी, तीसरी तिमाही में 5.4 फीसदी और चौथी तिमाही में 6.2 फीसदी रह सकती है।
जीडीपी ग्रोथ अनुमान 10.5 फीसदी पर बरकरार
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