मुरैना । शनिवार को मुरैना पहुंचे मप्र विधानसभा अध्यक्ष नरेंद्र सिंह तोमर कहा कि, मप्र की विधानसभा अध्यक्ष के रूप में मुझे चुना गया है, यह जिम्मेदारी मेरे कृतत्व के अनुरूप नहीं हैं, क्योंकि मैं फील्ड का कार्यकर्ता रहा हूं। यह मर्यादा का पद है, ये संविधान का पद है, ये गौरव का पद है और लोकतंत्र में इस पद की बहुत महत्वपूर्ण भूमिका है। तोमर ने मैं कोशिश करूंगा जिस तरह आप लोगों के बीच बैठकर पार्टी का काम करता रहा हूं, आपके साथ व विश्वास से मिलकर इस पद की मर्यादा को भी निरंतर बढ़ाऊंगा और मप्र विधानसभा का गौरव बढ़े, इस गौरवगान से आप भी गौरवान्वित हो इसके लिए हर संभव प्रयास करूंगा।
जगह-जगह हुआ स्वागत
मप्र विधानसभा के निर्विरोध अध्यक्ष बनने के बाद नरेंद्र सिंह तोमर शनिवार को पहली बार मुरैना पहुंचे। उनके साथ मप्र सरकार के कैबिनेट मंत्री व सुमावली विधायक ऐदल सिंह कंषाना भी मुरैना आए। ग्वालियर से सड़क मार्ग होते हुए मुरैना तक आए विधानसभा अध्यक्ष का जगह-जगह स्वागत हुआ। मुरैना में आयोजित कार्यक्रम में तोमर ने कहा, कि भाजपा सरकार की जनहितैषी नीतियों के कारण मध्यप्रदेश के साथ राजस्थान और छत्तीसगढ़ में बहुमत से सरकार बनी हैं।
जगह-जगह हुए स्वागत से अभिभूत विस अध्यक्ष ने कहा, कि आप सबका यह सम्मान मेरे सिर माथे है। इस दौरान पत्रकारों से चर्चा करते हुए विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि आगामी 9 व 10 तारीख को विधायकों का प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया जा रहा है, जिसका उद्धाटन करने के लिए लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला आ रहे हैं।
विस अध्यक्ष बनने के बाद कार्यकर्ताओं के लिए काम कैसे करेंगे?
इस सवाल पर तोमर ने कहा, कि कार्यकर्ता तो उनका हृदय है और अपने हृदय को वह कोई दिक्कत नहीं आने देंगे, कार्यकर्ताओं के लिए जैसे पहले काम किया आगे भी करते रहेंगे।