उदयपुर । उदयपुर में 12 से 14 जनवरी तक नेशनल बर्ड फेस्टिवल का आयोजन होने जा रहा है। इस फेस्टिवल में 13 जनवरी को बर्डिंग आईडेंटिफाई वाटर बॉडीज का आयोजन होगा। इस वर्ड वॉचिंग प्रोग्राम में डुंगला में स्थित किशन करेरी तालाब, बड़वाई तालाब, मंगलवाड़ तालाब, भूपालसागर तालाब और कपासन तालाब को भी सेलक्ट किया गया है, जहां पर्यटक हजारों की तादात में पक्षियों को निहार पाएंगे। हर साल की तरह इस साल भी उदयपुर में बर्ड फेस्टिवल का आयोजन किया जा रहा है। यह दसवां नेशनल बर्ड फेस्टिवल होगा।
उदयपुर डिवीजन में पक्षियों वन्य प्राणियों और प्रकृति के संरक्षण के साथ साथ ईको टूरिज्म को गति मिल सके, इसके लिए इस फेस्टिवल का आयोजन किया जाता है। फेस्टिवल की शुरुआत 12 जनवरी सुबह 9 बजे गोल्डन पार्क (पिछोला झील के किनारे, कालका माता नर्सरी) में किया जाएगा। उद्घाटन सत्र की शुरुआत बच्चों की ड्राइंग कंपटीशन से की जाएगी। इसी दिन पक्षियों के लिए गए फोटोग्राफी का एग्जीबिशन भी किया जाएगा। इसी तरह दिन के खत्म होने तक स्पॉट पेंटिंग का ग्रुप, वाइल्डलाइफ एंड नेचर क्विज फॉर ग्रुप, नेचर लिटरेरी फेस्टिवल एंड कॉन्फ्रेंस का भी आयोजन होगा। 14 जनवरी को समापन होगा। बर्ड फेस्टिवल के दूसरे दिन बर्डिंग आईडेंटिफाई वाटर बॉडीज का आयोजन होगा, जिसमें पर्यटकों, बच्चों को संभाग के अलग-अलग तालाब के पास ले जाया जाएगा। जहां सभी तरह के बर्ड्स को निहार सकेंगे। यह प्रोग्राम सुबह 6 बजे से शाम के 6 बजे तक होगा। इस बार भी बर्ड्स वाचिंग में डुंगला में स्थित किशन करेरी तालाब, बड़वाई तालाब, मंगलवाड़ तालाब, कपासन तालाब और भूपालसागर तालाब को शामिल किया जाएगा। इसके अलावा बडूपा, मेनार, नाथद्वारा, चिरवा, वल्लभनगर सहित कई तालाबों को शामिल किया गया है।किशन करेरी तालाब में अक्टूबर से मार्च महीने तक सुदूर देशों से पक्षी उड़कर आते हैं और इस सर्दी के मौसम के दौरान यहीं रहते हैं। यहां ब्राह्मणी डक पेलिकन रेड कस्टर्ड पोचार्ड, कॉमन पोचार्ड,बार हेडेड गूज ग्रे लेग गूज, यूरेशियन विजन, कॉमन टील, नॉर्थन शोवलर, नॉर्थन पिंनटेल ग्रेट कस्टर्ड ग्रिब, ब्लैक टेल्ड गोडविट, गेडवाल, टुफ्टेड डक, सारस क्रेन कॉमन क्रेन ब्लैक नेक स्टोर्क, यूरेशियन स्पू्नबिल, पर्पल स्वम्फेन, स्पॉट बिल्ड डक, कोरमोरेंट, ईग्रेट कॉमन कूट, लिटिल ग्रीब, लेपविंग सहित सैकड़ों प्रजातियों के पक्षी देखे जा सकते हैं।
नेशनल बर्ड फेस्टिवल 12 जनवरी से
आपके विचार
पाठको की राय