कोपेनहेगन। कुरान अपमान की घटना पर कई देशों में प्रदर्शन के मद्देनजर डेनमार्क की संसद में बृहस्पतिवार को एक नया कानून पारित किया । इसके तहत किसी भी पवित्र ग्रंथ का अपमान करना गैरकानूनी है। यह कानून ऐसे समय पारित किया है, जब हाल में इस्लाम विरोधी कार्यकर्ताओं द्वारा सार्वजनिक रूप से कुरान का अपमान करने की घटना के बाद कई देशों में प्रदर्शन किए गए।
स्कैंडिनेवियाई राष्ट्र को एक ऐसे स्थान के रूप में देखा जाता है जो अन्य देशों की संस्कृतियों, धर्मों और परंपराओं का अनादर करता है। न्याय मंत्रालय ने कहा है कि कानून का उद्देश्य ‘सुनियोजित तरीके से आयोजित अनादर की घटनाओं’ का मुकाबला करना है, जिसने अन्य बातों के अलावा, डेनमार्क में आतंकवाद के खतरे को बढ़ाया है।
संसद ने इसे 77 के मुकाबले 94 मतों से मंजूर किया जबकि आठ सांसद अनुपस्थित रहे। नया कानून ‘‘किसी समुदाय के लिए महत्वपूर्ण धार्मिक ग्रंथ या वस्तु का अनादर करना’’ अपराध बना देगा। कला के तहत अभिव्यक्ति को कुछ शर्तों के साथ प्रतिबंध के दायरे से बाहर रखा गया है।
संसद में पारित कानून - धार्मिक ग्रंथों का अनादर होगा गैरकानूनी कृत्य
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