ग्वालियर. सरकार के मंत्री और अफसरों के बीच कॉर्डिनेशन की कमी का एक और मामला सामने आया है. ग्वालियर में हुए सड़क हादसे में 13 लोगों की जान जाने के बाद ऊर्जा मंत्री प्रधुम्न सिंह तोमर ने RTO एसपीएस चौहान को सस्पेंड किए जाने की बात कही थी, लेकिन RTO कमिश्नर मुकेश जैन इस तरह के किसी भी निर्देश न मिलने की बात कह रहे हैं. अब सवाल यही उठ रहा है कि क्या सरकार के मंत्रियों और अधिकारियों के बीच कॉर्डिनेशन नही है, या फिर मृतकों के परिजनों का गुस्सा शांत करने के लिए मंत्री ने झूठ बोला?

बता दें कि इससे पहले भी मंत्री और अफसरों के बीच कॉर्डिनेशन की कमी सार्वजनिक तौर पर उस वक्त देखने को मिली थी, जब गृह मंत्री नरोत्तम मिश्रा ने पेट्रोल पर लगने वाले टैक्स को पेट्रोल के दाम से जोड़कर दर कम किए जाने का बयान दिया था, और फिर बाद में अधिकारियों ने स्थिति साफ की थी.


बस और ऑटो की भीषण टक्‍कर में मर गई थीं महिलाएं 
23 मार्च को ही बस और ऑटो की भीषण टक्कर हो गई थी. हादसे में 13 महिलाओं की जान चली गई थी. उस वक्त एडिशनल एसपी ने बताया था कि बस ग्वालियर से मुरैना की ओर जा रही थी और ऑटो ग्वालियर के बाहरी इलाके से अंदर की ओर जा रहा था. दोनों में आमने-सामने की टक्कर हो गई. हादसे में ऑटो में सवार 13 लोगों की मौत हो गई थी.  मृत्यु हुई है. इनके शवों को मौके से अस्पताल रवाना किया गया है और आगे की कार्रवाई जारी है.


सरकार ने मृतक के परिवार को दिए 4 लाख और घायलों को 50 हजार
प्रदेश सरकार की ओर से प्रत्येक मृतक के परिवार को 4 लाख और घायलों को 50 हजार रुपये सहायता राशि की घोषणा की गई थी. इस घटना को लेकर सिटी एसपी रवि भदौरिया ने बताया था कि ऑटो रिक्शा में 13 लोग सवार थे, जिनमें से अधिकांश महिलाएं थीं. यह सभी लोग एक समारोह में खाना बनाने के लिए जा रहे थे, तभी मुरैना की तरफ से आ रही एक तेज रफ्तार बस ने ऑटो को टक्कर मार दी.