शहर की एक नामी संस्थान की आठ लड़कियों की तस्वीर डीपफेक के जरिए न्यूड वीडियो बनाकर उसे इंस्टाग्राम जैसे सोशल मीडिया पर वायरल करने का मामला प्रकाश में आया है। मामले के आरोपित को रांची पुलिस ने बिहार के मुजफ्फरपुर जिले से गिरफ्तार कर लिया है। रांची पुलिस ने इस कार्रवाई को बेहद गुप्त तरीके से अंजाम दिया, जिसके बाद आरोपित गिरफ्त में आ पाया। बीते दिनों सिटी एसपी राजकुमार मेहता के पास कुछ नाबालिग लड़कियां मिलने पहुंची थीं। उनकी उम्र 16 से 17 साल के बीच थी। सभी काफी डरी -सहमी थीं। मामले की गंभीरता को समझते हुए सिटी एसपी ने उन्हें सारी बात बताने को कहा। इसके बाद जो कुछ भी सामने आया वह बेहद चौंकाने वाला था।
डीपफेक फोटो बनाकर उसमें न्यूड वीडियो लगा दिया
नाबालिग लड़कियों ने बताया कि एक युवक ने उनके जैसी आठ लड़कियों की डीपफेक फोटो बनाकर उसमें न्यूड वीडियो लगा दिया है। वह उस वीडियो को इंटरनेट साइट्स पर अपलोड भी कर रहा है। मामले की जानकारी मिलने के बाद रांची सिटी एसपी ने आनन-फानन में साइबर टीम के साथ आरोपित के खिलाफ जानकारी जुटानी शुरू की, ताकि उसे गिरफ्तार किया जा सके।
टीम को जानकारी मिली कि डीपफेक के जरिए न्यूड वीडियो बनाने वाला शख्स बिहार के मुजफ्फरपुर का रहने वाला है। रांची पुलिस की एक स्पेशल टीम गुरुवार की रात ही मुजफ्फरपुर के लिए निकल गई। मुजफ्फरपुर पुलिस की सहायता से विवेक नाम के उस शख्स को गिरफ्तार कर लिया गया, जिसने रांची की आठ नाबालिग लड़कियों के अलावा दर्जनों दूसरी लड़कियों के न्यूड फोटो को इंटरनेट पर वायरल किया था।
गिरफ्तार विवेक एक शातिर अपराधी है
सिटी एसपी राजकुमार मेहता ने बताया कि गिरफ्तार विवेक एक शातिर अपराधी है। विवेक ने सबसे पहले सोशल मीडिया पर अपने आप को अमीर बताते हुए अपनी एक प्रोफाइल क्रिएट की थी। उसी प्रोफाइल के आधार पर ही उसने रांची की एक लड़की के साथ दोस्ती की और फिर उसे अपनी जाल में फंसा कर उसकी नग्न तस्वीर हासिल कर ली। इसके बाद विवेक ने उस लड़की को ब्लैकमेल करना शुरू किया। उसने इस लड़की से उसकी दोस्तों के न्यूड फोटो मंगाया और उसे डिपफेक फोटो के जरिए न्यूड वीडियो में जोड़ कर उसे वायरल कर देता था।