फरीदाबाद। बल्लभगढ़ के बहुचर्चित निकिता तोमर हत्याकांड मामले में फरीदाबाद की फास्ट ट्रैक कोर्ट ने मुख्य आरोपी तौसीफ और उसके दोस्त रेहान को दोषी ठहराया है, जबकि इस मामले में तीसरे आरोपी अजरुद्दीन को कोर्ट ने बरी कर दिया है। अजरुद्दीन पर हथियार उपलब्ध कराने का आरोप था। कोर्ट 26 मार्च शुक्रवार को इस मामले में सजा सुनाएगी। पीड़ित पक्ष के वकील एदल सिंह रावत ने यह जानकारी दी। न्यायाधीश सतराज बासवाना की फास्ट ट्रैक कोर्ट में इस मामले की सुनवाई करते हुए तौसीफ और रेहान को दोषी ठहराया है। बीते पांच महीनों में इस मामले में कुल 55 गवाह पीड़ित पक्ष और 2 गवाह बचाव पक्ष से अदालत में पेश किए गए थे। मंगलवार को इस मामले में दोनों पक्षों के वकीलों के बीच जमकर बहस हुई थी। इस केस में तीन लोगों को आरोपी बनाया गया था, जिसमें मुख्य आरोपी तौसीफ, उसका दोस्त रेहान व हथियार उपलब्ध कराने वाला आरोपी अजरुद्दीन शामिल था। फैसला आने से पहले निकिता के पिता मूलचंद तोमर ने कहा कि उन्हें न्याय प्रक्रिया पर पूरा भरोसा है और आरोपियों को अवश्य ही फांसी की सजा मिलेगी। उन्होंने कहा कि यह 'लव जिहाद' का मामला है और सरकार ने उन्हें भरोसा दिलाया था 'लव जिहाद' पर अवश्य ही कानून बनाया जाएगा। दूसरे प्रदेशों में तो कानून बन गया, लेकिन हरियाणा प्रदेश में कानून आज तक नहीं बना है। उन्होंने कहा कि ऐसा लग रहा है कि सरकार निकिता हत्याकांड को पूरी तरह भूल चुकी है। उन्होंने कहा कि निकिता को सरकार की ओर से कोई सम्मान नहीं मिला, जबकि निकिता ने 'लव जिहाद' को लेकर अपना बलिदान दिया है। उन्होंने दावा किया कि उन्हें भरोसा है कि आज आरोपियों को फांसी मिलेगी और उनकी बेटी को न्याय मिलेगा।
कॉलेज ने लौटते वक्त हुई थी हत्या
गौरतलब है कि हरियाणा के फरीदाबाद में सोमवार 26 अक्टूबर 2020 को दिनदहाड़े कार सवार दो बदमाशों ने मिल्क प्लांट रोड पर अग्रवाल कॉलेज से परीक्षा देकर घर लौट रही बी.कॉम फाइनल ईयर की छात्रा निकिता तोमर (20 वर्षीय) की गोली मारकर हत्या कर दी थी। लहूलुहान हालत में छात्रा को पास के निजी अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया था। हत्या के बाद आरोपी भागने में सफल रहे। हत्या की यह वारदात घटनास्थल के पास लगे एक सीसीटीवी में कैद हो गई थी। वायरल वीडियो में हत्या से पहले दो लड़के छात्रा को जबरन कार में खींचने की कोशिश करते दिख रहे थे, लेकिन जब वह कामयाब नहीं हो पाए तो उन्होंने छात्रा को गोली मार दी थी। कथित तौर आरोपी निकिता पर धर्म परिवर्तन और शादी करने के लिए दबाव बना रहा था।
रसूखदार परिवार से संबंध रखता है तौसिफ
मुख्य आरोपी तौसिफ राजनीतिक रसूखदार परिवार से संबंध रखता है। तौसिफ के दादा कबीर अहमद विधायक रह चुके हैं, जबकि चाचा खुर्शीद अहमद हरियाणा के पूर्व मंत्री रहे हैं। वहीं, एक अन्य रिश्तेदार (रिश्ते में भाई) आफताब अहमद वर्तमान में कांग्रेस के नूंह (मेवात) से विधायक हैं। 21 वर्षीय तौसिफ फिजियो थेरेपिस्ट का कोर्स कर रहा है जोकि थर्ड ईयर में है। वारदात में शामिल दूसरा आरोपी रेहान निवासी रेवासन जिला नूंह का रहने वाला है और वह तौसिफ का दोस्त है।