थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों के रक्त के लिये काट रहे 1050 रूपये की रसीद

मध्यप्रदेश मानव अधिकार आयोग के माननीय अध्यक्ष न्यायमूर्ति श्री नरेन्द्र कुमार जैन ने मानव अधिकार हनन से जुड़े दो मामलों में संज्ञान लेकर संबंधितों से प्रतिवेदन मांगा है।

आयोग ने दो मामलों में लिया संज्ञान

ग्वालियर जिले के जयारोग्य अस्पताल (जेएएच) के ब्लड बैंक में थैलेसीमिया पीड़ित बच्चों को रक्त देने के एवज में अस्पताल प्रबंधन 1050 रूपये की रसीद काट रहा है। शहर के अधिकांश ब्लड बैंक इन बच्चों को निःशुल्क रक्त देते हैं, लेकिन जेएएच में पैसे लिये जाने से अभिभावक परेशान हो रहे हैं। यहां से इन बच्चों को इस शर्त पर रक्त निःशुल्क दिया जाता है कि इसे कमलाराजा के बाल रोग विभाग में ही चढ़वाया जाये। यदि इन बच्चों को रक्त चढ़वाने किसी निजी अस्पताल में ले जाया जाता है, तो रसीद काटी जाती है। गौरतलब है कि केन्द्र सरकार ने ऐसे बच्चों को दिव्यांग मानते हुये दवा, जांच सहित कई सुविधाएं निःशुल्क दे रखी हैं। ग्वालियर संभाग में लगभग 230 थैलेसीमिया पीड़ित बच्चे दर्ज हैं। इन बच्चों को हर महीने में कम से कम दो से तीन बार रक्त चढ़वाने ग्वालियर आना ही पड़ता है। कमलाराजा अस्पताल में इन बच्चों के लिये बना थैलेसीमिया डे-केयर वार्ड कोरोना संक्रमण के बाद से ही बंद है। ऐसे में इन बच्चों को बाल रोग विभाग के वार्ड में भेजा जाता है। वहां पहले से ही विभिन्न बीमारियों से पीड़ित बच्चे भर्ती है, ऐसे में इन बच्चों को संक्रमण का खतरा ज़्यादा रहता है। अभिभावक इस कारण ही इन बच्चों को निजी अस्पतालों में ले जाने को मजबूर हैं। इस मामले में आयोग ने सचिव, म.प्र. शासन, लोक स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, ग्वालियर तथा अधीक्षक, जयारोग्य अस्पताल, ग्वालियर से तीन सप्ताह में प्रतिवेदन मांगा है।