उत्तरकाशी । उत्तराखंड के उत्तरकाशी में सुरंग में फंसे मजदूरों को बाहर निकालने की जद्दोजहद जारी है। ताजा खबर यह है कि रेस्क्यू ऑपरेशन अंतिम चरण में है। ऑपरेशन में जुटी टीम मजदूरों से चंद मीटर दूर है। किसी भी वक्त अच्छी खबर आ सकती है। सुरंग के बाहर एंबुलेंस तैनात है, ताकि मजदूरों को तत्काल स्वास्थ्य सेवा मुहैया करवाई जा सके।मशीन में खराबी के कारण रेस्क्यू ऑपरेशन में देरी हुई है। मशीन सुधारने के लिए एक्सपर्ट्स बुलाए गए हैं। इस बीच, केंद्रीय सड़क एवं परिवहन राज्यमंत्री वीके सिंह भी उत्तरकाशी पहुंच गए हैं। सीएम पुष्कर सिंह धामी भी थोड़ी देर में पहुंचेंगे।
आखिरी बाधा भी पार
मुझे आपको यह बताते हुए खुशी हो रही है कि पाइप के अंदर मुड़कर बाधा बने स्टील को अब हटा दिया गया है। हम 45 मीटर के निशान से 6 मीटर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे हैं। हमें उम्मीद है कि आगे हमारे रास्ते में और कोई रुकावट नहीं होगी। - भास्कर खुल्बे, प्रधान मंत्री कार्यालय के पूर्व सलाहकार
पाइप से तैयार की जा रही निकासी सुरंग के आगे का करीब तीन फिट हिस्सा हल्का मुड़ गया है। जिसको काटा जाना है। उसके बाद सही एलाइनमेंट पर 800 एमएम का पाइप डाला जाना है। यहां से करीब तीन से पांच मीटर की दूरी पर सुरंग में फंसे 41 श्रमिक 12 दिन से बाहर निकलने हैं। 12 नवंबर को सुबह खदान का एक हिस्सा ढहने से 41 मजदूर फंस गए थे। तब से अब तक रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है।उत्तरकाशी के सिल्कयारा स्थित सुरंग ढहने वाली जगह पर बचाव और राहत अभियान तेज है। बचाव दल ने 45 मीटर की गहराई तक स्टील का चौड़ा पाइप लगाने में सफलता हासिल की है। मलबे के दूसरी ओर फंसे श्रमिकों तक पहुंचने के लिए बचावकर्मियों को कुल मिलाकर लगभग 57 मीटर तक ड्रिलिंग करना है। अधिकारियों के मुताबिक, मलबे में 39 मीटर तक 800 व्यास वाले स्टील पाइप डाले गए हैं।