बाला साहेब के आदर्शों की उपेक्षा करने वालों को नहीं है स्मारक आने का अधिकार
मुंबई । बालासाहेब ठाकरे की 11वीं पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि देने गुरुवार शाम मुंबई के शिवाजी पार्क पहुंचे महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना के सांसद संजय राउत झड़प हो गई। श्रद्धांजलि के दौरान हुए शिवसेना दल पर अधिकार को लेकर नारेबाजी के बीच सांसद संजय राउत ने शिंदे गुट पर निशाना साधते हुए कहा कि गद्दार और विश्वासघातियों को बाला साहेब के स्मारक पर आने का नैतिक अधिकार नहीं है।
शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि जिन लोगों ने सत्ता के लिए बाला साहेब ठाकरे के सत्ता के आदर्शों की उपेक्षा करते हुए शिवसेना को बदनाम करने सहित भाजपा के साथ हाथ मिलाकर शिवसेना को खत्म करने को कोशिश की हैं, उन लोगों को बाला साहेब के स्मारक पर आने का नैतिक अधिकार नहीं है। राउत ने आगे कहा कि यह ठीक है कि सीएम आए क्योंकि वह मुख्यमंत्री हैं। लेकिन जो लोग गद्दार और विश्वासघाती हैं, उन्हें यहां आने का अधिकार नहीं है।
जानकारी के अनुसार, सीएम शिंदे के कार्यक्रम में कार्यकर्ताओं ने नारे लगाए थे कि शिवसेना उनकी पार्टी है। इसी बात से नाराज उद्धव गुट के कार्यकर्ताओं ने गद्दारों वापस जाओ के नारे लगाए, जिससे माहौल तनावपूर्ण हो गया । हालांकि, मौके पर मौजूद पुलिस ने स्थिति को संभाल लिया । मामले में मुख्यमंत्री शिंदे ने कहा था कि कानून व्यवस्था बनाए रखना हर किसी की जिम्मेदारी है। कानून व्यवस्था में कोई दिक्कत न हो इसलिए वह एक दिन पहले ही श्रद्धांजलि अर्पित करते हैं। उन्होंने कहा कि वह इस घटना की निंदा करते हैं। उद्धव गुट के नेता अनिल देसाई और अनिल परब मेरे जाने के बाद पार्क गए थे, उन्होंने नारेबाजी की। शांति को भंग करने का प्रयास किया। यह निंदनीय है।