दक्षिण अफ्रीकी टीम को वर्ल्ड कप 2023 के दूसरे सेमीफाइनल मैच में ऑस्ट्रेलिया के हाथों 3 विकेट से हार का सामना करना पड़ा. इस हार के साथ ही अफ्रीका का एक बार फिर वर्ल्ड कप जीतने का सपना चकनाचूर हो गया. अब टीम के हेड कोच ने बड़ा बयान दे दिया है. दक्षिण अफ्रीका के हेड कोच रॉब वाल्टर ने टीम को 'चोकर्स' कहे जाने पर आपत्ति जताई है. उन्होंने कहना है यह प्रदर्शन चोकर्स वाला नहीं था.
'चोकर्स शब्द ठीक नहीं'
दक्षिण अफ्रीका को वनडे विश्व कप के सेमीफाइनल मैच में फिर से हार का सामना करना पड़ा, लेकिन टीम के मुख्य कोच रॉब वाल्टर का मानना है कि सेमीफाइनल में ऑस्ट्रेलिया के हाथों मिली हार पर ‘चोकर्स’(बड़े मैचों के दबाव में बिखरने वाली टीम) जैसा शब्द फिट नहीं बैठता. बता दें कि इस मैच में दक्षिण अफ्रीका की टीम पहले बल्लेबाजी करते हुए 212 रन पर आउट हो गई. इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने 47.2 ओवर में लक्ष्य हासिल करके फाइनल में जगह बनाई. ऑस्ट्रेलिया का सामना रविवार(19 नवंबर) को खिताबी मैच में अहमदाबाद में भारत से होगा.
'30-40 रन पीछे रह गए'
वाल्टर ने ‘चोकर्स’ की अपनी परिभाषा बताते हुए कहा, 'मेरे लिए चोकर्स का मतलब उस मैच से है जिसे आप जीत की स्थिति में होने के बावजूद हार जाते हो.’ उन्होंने मैच के बाद संवाददाताओं से कहा, 'इस मैच में हम शुरू से ही पीछे रहे थे. हमने वास्तव में वापसी की अच्छी कोशिश की और ऐसा स्कोर बनाया, जिससे हम उन्हें चुनौती दे सकते थे.’ वाल्टर का मानना है कि अगर उन्होंने 30 या 40 रन और बनाए होते तो मैच का परिणाम अलग होता. उन्होंने कहा, 'हमने संघर्ष जारी रखा और मैच में वापसी की, लेकिन निश्चित तौर पर आखिर में हम 30 या 40 रन पीछे रह गए. हमने हालांकि, उन्हें आसानी से लक्ष्य हासिल नहीं करने दिया और उनके सात विकेट लिए.’’
चोट के बावजूद खेले रबाडा
तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा की चोट का खुलासा हुए भी बयान दिया है. वाल्टर ने कहा,‘‘मेरे लिए यह प्रदर्शन चोकर्स के करीब भी नहीं था. यह टूर्नामेंट की दो अच्छी टीमों के बीच गंभीर मुकाबला था. सेमीफाइनल में हारना निराशाजनक है, लेकिन हम इस टूर्नामेंट से कई सकारात्मक चीजों को लेकर स्वदेश लौटेंगे.’ तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा ने केवल छह ओवर किए. इस पर उन्होंने खुलासा किया कि उनकी एड़ी में चोट लगी थी. वाल्टर ने कहा, 'रबाडा की एड़ी में चोट लगी थी इसलिए वह उतना योगदान नहीं दे पाए जितनी उनसे उम्मीद की गई थी. उन्होंने चोट के बावजूद गेंदबाजी की, लेकिन अपना शत प्रतिशत योगदान नहीं दे पाए.’