जबलपुर. देश की राजधानी दिल्ली की सीमाओं पर तीन महीने से ज्यादा समय से चल रहे किसान आंदोलन (Farmers Protest) ने अब मध्य प्रदेश में भी दस्तक दे दी है. नए कृषि कानूनों का विरोध कर रहे भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत सोमवार को जबलपुर (Jabalpur) में थे. वो अपने लाव लश्कर के साथ यहां आयोजित किसान महापंचायत (Kisan Mahapanchayat) में शामिल होने पहुंचे थे. राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) ने अपना सफर 40 लाख रूपये की लग्जरी एसयूवी (SUV) में बैठकर तय किया. लेकिन महापंचायत स्थल पहुंचने पर वो इस लग्जरी गाड़ी से उतर गए और एक ट्रैक्टर पर सवार होकर किसानों के बीच पहुंचे.

दावे के मुताबिक विशुद्ध किसान महापंचायत के इस आयोजन में कांग्रेस के कई नेता बतौर किसान नेता मंच पर बैठे नजर आए. किसानों के इस कार्यक्रम में कांग्रेस का नेतृत्व साफ देखने को मिला. मंच पर कांग्रेसी नेताओं का जमावड़ा था. सूत्रों के मुताबिक पिछले लगभग एक पखवाड़े से तमाम कांग्रेसी नेता राकेश टिकैत के आगमन को लेकर जबरदस्त तैयारियों में जुटे थे.

किसान आंदोलन और इसे लेकर जगह-जगह की जा रही महापंचायतों की फंडिंग को लेकर जब राकेश टिकैत से सवाल किया गया तो उन्होंने इसे टाल दिया. टिकैत ने कहा कि जिसके घर चले जाएंगे वो ही उन्हें दो रोटी दे देगा. यह आयोजन किसानों के पैसों से हो रहा है इसके पीछे कोई विदेशी फंडिंग नहीं है.

सवाल खड़ा होता है कितने लंबे समय से चल रहे किसान आंदोलन के लिए आखिरकार फंड कहां से आ रहा है. जबलपुर में सोमवार को किसान नेता राकेश टिकैत का काफिला पहुंचा. इस काफिले में कई लग्जरी गाड़ियां शामिल थी. खुद राकेश टिकैत लाखों रुपए की लग्जरी एसयूवी में सवार होकर किसान महापंचायत में शामिल होने आए थे. टिकैत की गाड़ी के पीछे दर्जनों कारों का काफिला था. सिहोरा कृषि उपज मंडी में आयोजित किसान महापंचायत में हजारों की तादाद में आए किसानों को खाना भी खिलाया गया.