जबलपुर. मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में एक बड़ी खबर सामने आई है, जहां वैक्सीनेशन (Vaccination) के पहले डोज के बाद भी जबलपुर के कलेक्टर कोरोना पॉजिटिव (Corona positive) पाए गए हैं. इससे कलेक्टर ऑफिस में हड़कंप मच गया है. जानकारी के मुताबिक, कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 8 फरवरी को कोरोना का टीका लगाया था. टीका लगवाने के बाद भी कलेक्टर कर्मवीर शर्मा कोरोना संक्रमित पाए गए हैं. अब कलेक्टर कर्मवीर शर्मा के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने से ऑफिस के कर्मचारियों के बीच भय का माहौल बना हुआ है.

कहा जा रहा है कि सोमवार को कलेक्टर की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई है. हालांकि, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी इसकी जांच करेंगे. वहीं खबर है कि कलेक्टर से पहले वैक्सीनेशन के बाद एक महिला डॉक्टर की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी. कलेक्टर कर्मवीर शर्मा ने वैक्सीनेशन के दूसरे चरण में 8 फरवरी को कोरोना का टीका लगाया था. वैक्सीनेशन होने के बाद भी कलेक्टर कोरोना से संक्रमित हो गए. रिपोर्ट पॉजिटिव आने के बाद कलेक्टर को होम क्वारंटीन किया गया है. साथ ही उनसे संपर्क में आए लोगों की जांच भी की जा रही है.

48 घंटे पहले की अवधि की होनी अनिवार्य है
बता दें कि मध्य प्रदेश में एक बार फिर से कोरोना मरीजों की संख्या बढ़ गई है. यही वजह है कि कोविड-19 से बुरी तरह प्रभावित महाराष्ट्र से इंदौर आने वाले हवाई यात्रियों के लिए स्थानीय प्रशासन ने सोमवार को विशेष आदेश जारी किया. इसके तहत यात्रियों के लिए हवाई अड्डे पर यह जांच रिपोर्ट दिखाना कानूनन अनिवार्य कर दिया गया है कि वे कोरोना वायरस संक्रमण से मुक्त हैं. अधिकारियों ने बताया कि पड़ोसी महाराष्ट्र में महामारी के नये मामलों में तेज उछाल के मद्देनजर स्थानीय स्तर पर संक्रमण रोकने के लिए जिलाधिकारी मनीष सिंह ने यह आदेश जारी किया. उन्होंने आदेश के हवाले से बताया, ’हवाई मार्ग के जरिये महाराष्ट्र से इंदौर पहुंचने वाले सभी यात्रियों को अपने साथ आरटी-पीसीआर पद्धति की यह जांच रिपोर्ट रखना कानूनन अनिवार्य होगा कि वे कोरोना वायरस से संक्रमित नहीं हैं. यह रिपोर्ट यात्रा से 48 घंटे पहले की अवधि की होनी अनिवार्य है.’