हिंदू महासभा के बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस में एंट्री पर मानक अग्रवाल ने कमलनाथ पर उठाए थे सवाल, कांग्रेस से 6 साल के लिए निष्कासित

कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व CM कमलनाथ पर सवाल उठाने पर मानक अग्रवाल के खिलाफ एक्शन लिया गया है।
पूर्व प्रदेशाध्यक्ष अरुण यादव ने भी कहा था- हम गोडसे नहीं, गांधी विचारधारा की पूजा करते हैं
बताते हैं कि बाद में यादव ने पूर्व CM कमलनाथ को सफाई देकर उनसे माफी मांग ली थी

हिंदू महासभा के नेता बाबूलाल चौरसिया की कांग्रेस में एंट्री पर कमलनाथ पर सवाल उठाने वाले कांग्रेस के पूर्व मीडिया प्रभारी व वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल पर गाज गिर गई है। पार्टी ने उन्हें 6 साल के लिए निष्कासित कर दिया है। अनुशासन समिति ने अग्रवाल पर यह कार्रवाई की है। बता दें कि अग्रवाल अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के सदस्य भी थे। अग्रवाल ने प्रदेश अध्यक्ष व पूर्व CM कमलनाथ पर सवाल उठाए थे।

अग्रवाल ने सोशल मीडिया पर लिखा था- 'कमलनाथ जी को स्पष्ट करना चाहिए कि वह गोडसे की विचारधारा के साथ हैं या गांधी जी की, जिस तरीके से उन्होंने अंबानी और अडानी की तारीफ पिछले दिनों की है, उससे स्पष्ट होता है कि वह हमेशा पार्टी की विचारधारा के विपरीत चले हैं।'

कांग्रेस सूत्रों ने बताया, मानक अग्रवाल के खिलाफ एक्शन होना निश्चित था। इसके संकेत कमलनाथ के करीबी और मीडिया समन्वयक नरेंद्र सलूजा ने अग्रवाल का बयान आने के बाद ही दे दिए थे। सलूजा ने कहा था- जो लोग शीर्ष नेतृत्व के फैसले पर सवाल उठा रहे हैं, उन्हें पार्टी में बने रहने का अधिकार नहीं है।

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता मानक अग्रवाल 6 साल के लिए पार्टी से निष्कासित।

इस घटनाक्रम के 18 दिन बाद कांग्रेस अनुशासन समिति ने सोमवार को बैठक कर मानक अग्रवाल को पार्टी से बाहर करने का निर्णय लिया। हालांकि अग्रवाल के अलावा पूर्व प्रदेश अध्यक्ष अरुण यादव और वरिष्ठ विधायक लक्ष्मण सिंह ने भी चौरसिया को कांग्रेस में शामिल किए जाने पर कमलनाथ के खिलाफ बयान दिया था।

हिंदू महासभा के बाबूलाल चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करने पर मानक अग्रवाल ने 27 फरवरी को सोशल मीडिया पर कमलनाथ पर सवाल उठाए थे।

यादव ने कमलनाथ को दी थी सफाई

कांग्रेस सूत्रों का दावा है, चौरसिया को कांग्रेस में शामिल करने पर सबसे पहले विरोध अरुण यादव ने किया था, लेकिन उन्होंने दो सप्ताह पहले कमलनाथ से दो बार मुलाकात की थी। पहली मुलाकात में उन्होंने सफाई दी, लेकिन कमलनाथ इसके लिए तैयार नहीं हुए थे। इसके बाद यादव ने दूसरी बार कमलनाथ से मुलाकात कर माफी मांग ली।

बता दें कि यादव ने कहा था - 'हम गोडसे नहीं, गांधी की विचारधारा की पूजा करते हैं।' उन्होंने वीडियो जारी किया फिर पत्र जारी कर पार्टी के बड़े नेताओं पर सवाल खड़े किए हैं। बोले- 'ऐसे तो क्या प्रज्ञा ठाकुर को भी कांग्रेस स्वीकार कर लेगी?'

ये नेता चौरसिया के पक्ष में

सज्जन सिंह वर्मा : चौरसिया कांग्रेस में आए हैं, तो इसमें क्या बुराई है। देश अब गोडसे की नहीं, गांधीवादी विचारधारा से चलेगा।
उमंग सिंघार : गोडसे को मानने वाला कांग्रेस में आ गया, तो उसने भी गांधीवादी विचारधारा को अपनाया है। मुझे इसमें कुछ गलत नहीं लगता।

ये नेता विरोध में

अरुण यादव : हम गोडसे नहीं, गांधी विचारधारा की पूजा करते हैं। दोनों में मेल नहीं हो सकता।
लक्ष्मण सिंह : गोडसे के उपासकों के लिए जेल उपयुक्त स्थान है, कांग्रेस पार्टी नहीं।

बीजेपी तंज कसा- कांग्रेस में गांधी जी हार गए, गोडसे जीत गया?


बीजेपी के प्रदेश मंत्री रजनीश अग्रवाल ने मानक अग्रवाल को कांग्रेस से निकाले जाने पर तंज कसा है। उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा- कांग्रेस में गांधीजी हार गए, गोडसे जीत गया। कांग्रेस के नेता कल तक मानक के बयान को आंतिरक लाेकतंत्र का उदाहरण बता कर अपनी पीठ थपथपा रहे थे, आज वे मुंह छिपा रहे हैं? अब अरुण यादव की बारी है?