भोपाल। राजधानी के तलैया थाना इलाके मे घरेलू महिलाओ को स्वरोजगार के लिए समूह लोन दिलाने के नाम पर एक जालसाज महिला द्वारा दर्जनो महिलाओं के साथ चार सौ बीसी किये जाने का मामला सामने आया है। मामले मे पुलिस ने मास्टरमांइड महिला आरोपी स्नेहलता को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपी महिला जाल मे फंसी महिलाओं के दस्तावेजों पर फाइनेंस कंपनियों व बैंक के एजेंट से मिलकर लोन पास करा लेती इसके बाद रकम खाते में आने पर खुद लोन चुकता करने की बात कहकर मोटी रकम खूद रख लेती थी। बीते दिनो जब लोन की किश्त न भरने पर बैंक के रिकवरी एंजेट उन महिलाओ के घर पहुचे जिनके दस्तावेज बैंक मे लगाये गये थे, तब इस जालसाजी की खबर पुलिस तक पहुंची। पुलिस मामले मे फाइनेंस कंपनियों व बैंक की भूमिका की भी जांच कर रही है। थाना पुलिस के अनुसार तलैया थाना इलाके मे रहने वाली सुमनलता (30) सहित करीब दो दर्जन महिलाओं ने इलाके मे ही रहने वाली महिला स्नेहलता के खिलाफ उनके नाम से लोन लेकर किश्तें जमा न करने की शिकायत की है। सुमनलता ने अपनी शिकायत मे पुलिस को बताया कि स्नेहलता घरेलू महिलाओं को लोन दिलाने के नाम पर उनके आधार, वोटर आईडी और बैंक की पासबुक की कॉपी ले लेती थी। उनसे लोन के कागज पर खानापूर्ति भी करा लेती थी। इसके लिए बैंक के एजेंट स्नेहलता से ही संपर्क करते थे। जब खातों में लोन की रकम आ जाती, तो स्नेहलता महिलाओं से मिलती ओर उनके लिए कुछ पैसा छोड़कर लोन मे मिले पैसै की 80 से 90 प्रतिशत रकम खुद रख लेती थी। बतया गया है कि आरोपी महिला स्नेहलता जितनी राशि फरियादी महिलाओं को लोन के नाम पर दिलाती थी, उसका पूरा ब्याज व किश्तें वह खुद फाइनेंस कंपनियों में जमा करती थी। ओर फरियादी महिलाओं को जितनी रकम वो देती थी, उनसे सिर्फ उतनी ही राशि का ब्याज और किश्तें लेती थी। ऐसे में फरियादी महिलाओं को पता ही नहीं चलता था, कि उनके दस्तावेजों पर स्नेहलता ने कितना लोन लिया था। लेकिन लॉकडाउन के दौरान स्नेहलता की आर्थिक स्थिति गडबडा गई और वह समय पर फाइनेंस कंपनियों को अदा नहीं कर पा रही थी। वहीं समय पर किश्ते जमा नहीं होने से फाइनेंस कंपनियों के रिकवरी एजेंट उन महिलाओं के घर पहुचंने लगे जिनके ेनाम पर लोन था। रिकवरी एंजेट महिलाओ आए दिन महिलाओ के घर जाकर उनसे दुर्व्यवहार करने के साथ ही वसूली की धमकी देने लगे। इस तरह जब दो दर्जन से अधिक महिलाओं के घर रिकवरी एजेंट्स पहुंचने लगे तो सभी महिलाएं एक साथ थाने जा पहुंची। पीडीताओर ने पुलिस को स्नेहलता के खिलाफ धोखाधड़ी की लिखित शिकायत की जिसपर पुलिस ने जॉच के बाद मामला दर्ज कर लिया। पुलिस जॉच मे सामने आया कि आरोपी महिला ने शिकायत करने वाली घरेलू महिलाओ को इक्रो फाइनेंस, भारत फाइनेंस, आरबीएल फाइनेंस, सेटिंग कंपनी फाइनेंस, शेयर माइक्रो फाइनेंस, एसबीसीएल माइक्रों फाइनेंस, आशीर्वाद फाइनेंस और इंसाफ बैंक त्रिलंगा से लोन दिलवाया था। यह बैंक महिलाओं को स्वरोजगार के लिए 20 हजार, 30 हजार, 40 हजार रुपए के लोन उपलब्ध कराते थे। पुलिस की शुरुआती जॉच मे सामने आया है कि लोन की ब्याज सहित राशि 23 लाख 57 हजार के आसपास सामने आ रही है। पुलिस ने पीड़िताओ की शिकायत पर आरोपी महिला को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार धोखाधड़ी के शिकार अभी और महिलाएं सामने आ सकती हैं, जिसके बाद ठगी की रकम का आंकडा बढ भी सकता है।
घरेलू महिलाओ को लोन दिलाने के नाम पर दर्जनो महिलाओ के साथ ठगी
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