बिना चढ़ाई के नहीं मानेगी दिल्ली
लड़ाई से ही जीते गए हैं किले, हाथ जोडऩे से नहीं मानते लुटेरे

नई दिल्ली/ चंडीगढ़ । किसान यूनियनों ने केंद्र सरकार के तीन कृषि कानूनों के खिलाफ 26 मार्च को अपने आंदोलन के चार महीने पूरे होने के मौके पर भारत बंद का आह्वान किया है। वहीं, किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि अगर किसानों को अपनी जमीन और अपने बच्चों को बचाना है तो 'इन्हें दिल्ली की गद्दी से हटाना होगा। पत्रकारों से चर्चा करते हुए टिकैत ने कहा कि किसानों की मांग को दिल्ली ऐसे नहीं मानेगी, इसके लिए लड़ाई लडऩी पड़ेगी। साथ ही उन्होने कहा कि लड़ाई से ही तो किले जीते गए हैं। अगर हम हाथ जोड़ते रहेंगे तो लुटेरे नहीं मानने वाले हैं। राकेश टिकैत ने किसानों से बैरिकेडिंग तोडऩे के लिए तैयार रहने के लिए भी कहा।
 मोर्चा का कहना है कि कृषि कानून वापस कराने के लिए आंदोलन जोरदार होना चाहिए। संगठन ने निर्णय लिया है कि हरियाणा और पंजाब के किसान पश्चिम बंगाल जाकर भारतीय जनता पार्टी क प्रत्याशियों के खिलाफ वोट मांगेंगे। किसान मोर्चा के नेताओं की टीम बंगाल के अलावा असम और केरल भी जाएगी। भारतीय किसान यूनियन (राजेवाल) के प्रेसिडेंट बलबीर सिंह राजेवाल ने चंडीगढ़ में कहा कि मोदी सरकार देश के किसानों व मजदूरों के खिलाफ हो गई है। अब सरकार की ओर से सब चीजों को प्राइवेट किया जा रहा है, ताकि वे कॉर्पोरेट घरानों को खुश कर सकें। देश के किसान भाजपा सरकार के खिलाफ पूरी तरह से डटे हुए हैं और जब तक तीन कृषि कानूनों को रद्द नहीं किया जाता वे चुप नहीं बैठने वाले। उनके साथ भारतीय किसान यूनियन के हरमीत सिंह कादियां और प्रोफेसर मंजीत सिंह भी साथ थे।

-48 दिनों से सरकार की तरफ से कोई बुलावा नहीं
भारतीय किसान यूनियन के हरमीत सिंह कादियां ने कहा कि सरकार की ओर से पिछले 48 दिनों से किसी प्रकार का बुलावा नहीं आ रहा है। इससे पता चलता है कि सरकार की मंशा क्या है। उन्होंने कहा कि जिस तरह से पंजाब के किसानों ने पंजाब से आंदोलन को दिल्ली और नॉर्थ इंडिया तक पहुंचाया है, अब देश के हर एक कोने तक पहुंचाने का काम किया जा रहा है। लोगों को यह बताने के लिए कि भाजपा सरकार ने किस तरह के कानूनों को किसानों पर लागू किए है।

असम व केरल में भी प्रचार करेंगे
किसान नेता राजेवाल ने कहा कि बंगाल में 294 विधानसभा सीटे हैं, जहां किसानों की मांगों से संबंधित लिट्रेचर बांटने के लिए भेजा गया है। इन हलकों में जाने के लिए शुक्रवार को 294 गाडिय़ों को हरी झंडी दिखा कर रवाना किया जाएगा। बंगाल में 4 ग्रूप लीडर्स के बनाए गए हैं, जो रोज 3 से 4 रैलियां विभिन्न जिलों में जाकर करेंगे। उन्होंने कहा कि बंगाल के लोगों का प्यार देश के किसानों प्रति काफी है। जिसे देखते हुए कहा जा सकता है कि वहां होने वाले चुनावों में लोग भाजपा की सरकार बनने नहीं देंगे। उन्होंने साफ तौर पर कहा कि वे किसी पार्टी के पक्ष में लोगों को वोट डालने के लिए नहीं कहेंगे।

15 मार्च को बैंक कर्मचारियों व व्यापारियों के साथ प्रदर्शन
राजेवाल ने कहा कि देश के विभिन्न संस्थाओं के इम्प्लाइज मोदी सरकार से काफी परेशान हैं। जिसे लेकर 15 मार्च को बैंक इम्प्लाइज व देश के व्यापारियों के साथ मिल कर देश भर में रोष प्रदर्शन कर मोदी सरकार को जगाया जाएगा और बताया जाएगा कि जिस तरह से वे काम कर रहे हैं उससे आने वाले समय में देश को मुसीबत आएगी।

19 मार्च को मंडियों के सामने प्रदर्शन
किसान नेता ने कहा कि पिछले दिनों एफसीआई की ओर से जिस तरह से किसानों को कहा गया है कि उन्हें पहले अपनी जमीन का रेजिस्ट्रेशन करवाना होगा उसके बाद उनके अनाज को खरीदा जाएगा, इसका विरोध करने के लिए देश की मंडियों के सामने 19 मार्च को आढ़ती, मुनीम, मजदूर और किसान सहित जो भी लोग मंडियों से जुड़े हैं उनके साथ मिलकर विरोध किया जाएगा।