राजधानी रायपुर के विधानसभा थाना क्षेत्र में एक सीए के पैनकार्ड का उपयोग कर जीएसटी रजिस्ट्रेशन करते हुए फर्जी कंपनी बनाकर करोड़ों रुपये का कारोबार करने का मामला सामने आया है। थाना पुलिस के साथ ही इस बात की शिकायत जीएसटी विभाग में भी कर दी गई है। थाना पुलिस इस मामले में अपराध दर्ज कर जांच में जुट गई है। मालूम हो कि पिछले दिनों ऐसे ही एक मामले में एक डाक्टर ने भी शिकायत दर्ज कराई थी कि उसके पैनकार्ड का उपयोग कर फर्जी कंपनी खड़ी कर दी गई है।
विधानसभा थाना पुलिस से मिली जानकारी के अनुसार स्वर्णभूमि कालोनी निवासी अंकित बांगर ने शिकायत दर्ज कराई है कि उनके पैनकार्ड का उपयोग कर जीएसटी नंबर लेते हुए फर्जी कंपनी बनाई गई है और करोड़ों का कारोबार किया जा रहा है। अपनी शिकायत में अंकित ने बताया कि उनका ट्रांसपोर्टिंग का व्यवसाय है और वे सीए हैं।
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वर्ष 2020-21 में आयकर की जानकारी देते समय उन्हें जानकारी मिली कि अज्ञात व्यक्ति ने मेरे पैनकार्ड का दुरुपयोग कर जीएसटी नंबर लेकर अवैध रूप से धोखाधड़ी पूर्वक हैदराबाद में कारोबार कर रहा है। अंकित ने बताया कि कंपनी द्वारा फर्जी डिजिटल हस्ताक्षर करके, डिजिटल सर्टिफिकेट, फर्जी जीएसटी रजिस्ट्रेशन कर लेनदेन किया जा रहा है। साथ ही उनकी आइडी भी हैक कर आडिट रिपोर्ट फाइल की जा रही है।
अंकित ने शिकायत में कहा है कि जब उन्होंने जीएसटी पोर्टल में देखा तो पाया कि इस फर्म का सत्यापन भी नहीं हुआ है। यह फर्म नवंबर 2019 से अस्तित्व में है और हैदराबाद में है, जिसका व्यवसाय बिजली के उपकरणों की ट्रेडिंग है, जिसका जीएसटी रिटर्न लगभग डेढ़ वर्षों से निल जा रहा है। मैं आज तक हैदराबाद नहीं गया हूं, न ही मेरा उस शहर से कोई भी वास्ता है। इस बात की शिकायत मैंने जीएसटी इंटेलिजेंस में भी की है। इसके साथ ही आयकर विभाग में भी इसकी सूचना दे दी गई है।