शिवपुरी । कोतवाली थानांतर्गत एक कंप्यूटर सेंटर की आड़ में फर्जी वोटर कार्ड और आधार कार्ड सहित तमाम नकली दस्तावेज और नकली सीलें बनाने वाले गिरोह के दो सदस्यों को पकड़ कर पुलिस ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी सहित कूटरचित दस्तावेज तैयार करने का मामला दर्ज किया है। पुलिस फिलहाल गिरोह के सदस्यों से गिरेाह में शामिल अन्य सदस्यों की जानाकारी जुटाने का प्रयास कर रही है। जानकारी के अनुसार आशीष गोयल 1 अक्टूबर को अपने आधार कार्ड में अपने पिता के नाम में संशोधन कराने के लिए फतेहपुर चौराहे स्थित सागर कंप्यूटर पर गया था। कंप्यूटर सेंटर पर उसे रवि परिहार मिला, जिसने आधार कार्ड में सुधार के एवज में 200 रुपये की मांग की और एक-दो दिन में कार्ड में सुधार होने की बात कही। अशीष अपना आधार कार्ड वहां छोड़ कर लौट आया।
पुलिस ने कंप्यूटर सेंटर पर मारा छापा
छह अक्टूबर को जब आशीष अपना संशोधित आधार कार्ड लेने सागर कंप्यूटर सेंटर पर पहुंचा तो रवि परिहार वहां पर उसका आधार कार्ड तलाशने लगा। इसी दौरान आशीष ने देखा कि दुकान पर एक वोटर कार्ड रखा हुआ है, जिसमें उसका फोटो लगा है, लेकिन नंबर किसी और का दर्ज है। प्रथम दृष्टया ही वोटर कार्ड फर्जी प्रतीत होने पर आशीष फर्जी वोटर कार्ड को थाने लेकर पहुंचा और मामले की शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने शिकायत के आधार पर तत्काल कंप्यूटर सेंटर पर छापामार कार्रवाई की तो वहां बड़ी मात्रा में फर्जी आधार कार्ड, वोटर कार्ड और मेडिकल कालेज शिवपुरी की फर्जी सील, सरपंचों की सील और फर्जी दस्तावेज मिले। पुलिस ने रवि परिहार सहित अजब सिंह गुर्जर को गिरफ्तार कर फर्जी दस्तावेज जब्त कर आरोपितों के खिलाफ प्रकरण दर्ज किया है।
तीन से पांच हजार रुपये में बनाते थे दस्तावेज
टीआई विनय यादव ने बताया कि आरोपितों ने पूछताछ के दौरान बताया कि उनके पास अगर कोई व्यक्ति आधार कार्ड, वोटर कार्ड या कोई अन्य दस्तावेज बनवाने आता था तो वह आन लाइन एप के माध्यम से उनके दस्तावेज बना देते थे, जो देखने में हु-ब-हु असली प्रतीत होते थे। जिन लोगों के पास कोई दस्तावेज नहीं होता था, उन लोगों से यह तीन से पांच हजार रुपये वसूल करते थे।