डिब्रूगढ़ । कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी सोमवार से असम में अपने चुनाव प्रचार अभियान का आगाज करने जा रही हैं। इसके पहले उन्होंने गुवाहाटी स्थित कामाख्या मंदिर में पहुंचकर पूजा अर्चना की। पूजा करने के बाद प्रियंका गांधी ने कहा कि मैं कुछ सालों से यहां आना चाह रही थी, मैं बहुत खुश हूं, कि मैं आज यहां आ सकी। चुनाव में अच्छा प्रदर्शन करने वाले हैं, हमारे सारे कार्यकर्ता बहुत काम कर रहे हैं। 
दो दिन के असम दौर पर पहुंची प्रियंका गांधी वाड्रा सोमवार को कई शहरों में प्रचार कर दो मार्च को एक रैली को संबोधित करेंगी। प्रियंका से पहले कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी भी असम का दौरा कर चुकें हैं। दरअसल असम में कांग्रेस की अगुवाई वाले छह दलों के विपक्षी महागठबंधन का शनिवार को विस्तार हुआ था। गठबंधन में बोडोलैंड पीपुल्स फ्रंट (बीपीएफ) और राष्ट्रीय जनता दल (राजद) भी शामिल हुए हैं, जिससे असम में विधानसभा चुनाव में भाजपा के खिलाफ उसकी स्थिति और मजबूत हो गई।  
कांग्रेस जहां चुनावी राज्यों में सत्ता विरोधी लहर के साथ ही नागरिकता संशोधन काननू (सीएए) और नए कृषि कानूनों के खिलाफ लोगों के विरोध को भुनाने की कोशिश में हैं, वहीं दूसरी तरफ पार्टी की राह में रोड़े भी कम नहीं हैं।इसकारण कांग्रेस चुनावी राज्यों में जनता के गुस्से की आंच पर वोट की रोटी सेंकने की कवायद में जुटी हुई है। विशेलषकों का मानना है कि कांग्रेस को कार्यकर्ताओं का जोश बढ़ाने और राहुल गांधी की विश्वसनीयता बहाल करने के लिए कम से कम एक राज्य में शानदार प्रदर्शन करना होगा।
इसके पहले शनिवार को ही जम्मू में कांग्रेस के असंतुष्ट वरिष्ठ नेताओं ने पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी के नेतृत्व में अविश्वास जाहिर किया था। इन नेताओं ने दावा किया था कि पार्टी कमजोर पड़ रही है। राहुल गांधी और उनके रणनीतिकारों को भरोसा है कि वे तमिलनाडु और केरल में सत्ता पर काबिज हो सकते हैं, क्योंकि इन राज्यों में अमूमन हर पांच साल बाद सत्ता परिवर्तन देखा गया है। उन्हें असम में भी सत्तारूढ़ भाजपा को परास्त करने का पूरा भरोसा है।