गुवाहाटी। असम के मुख्यमंत्री तरण गोगोई ने शनिवार को कहा कि आतंकी संगठन राज्य में आधार बनाने की कोशिश में है और इसके लिए उल्फा के साथ उसकी 'मौन सहमति' है। भारत के खिलाफ अभियान चलाने की अलकायदा की धमकी वाला वीडियो आने के कुछ दिन बाद ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के आकलन के उलट यह बयान बाया है।
गोगोई ने यहां एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा-'हमारे पास कुछ सूचनाएं हैं कि अलकायदा असम में घुसने की कोशिश कर रहा है। हमने उसे रोकने के कदम उठाए हैं तथा संबंधित लोगों को चौकस रहने को कहा है।'
उन्होंने कहा कि इसके पहले भी इस वैश्विक आतंकी संगठन ने पूर्वोत्तर तथा असम में उग्रवादी गुटों से मिलकर संपर्क बनाने की कोशिश की थी, लेकिन वह विफल रहा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सुरक्षा बलों को कुछ रिपोर्ट मिली हैं, जिसमें आगामी दुर्गापूजा के दौरान कुछ वारदातों की आशंका जताई गई है। यह पूछे जाने पर कि हाल में राज्य के बोडोलैंड टेरिटोरियल क्षेत्र के जिलों में बार-बार हिंसा में एक खास समुदाय प्रभावित हुआ है, कहीं उसकी वजह से तो अलकायदा जैसे इस्लामिक कट्टरपंथियों के असम में पैठ बनाने की आशंका बनी है, गोगोई ने कहा- 'ऐसे कोई भी कारक परेशान करने वाले हैं। इन वारदातों से उन्हें सहायता मिलती है।'
मालूम हो कि एक दिन पूर्व ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने एक अमेरिकी टीवी चैनल सीएनएन को इंटरव्यू में कहा, 'भारतीय मुसलमान देश के लिए जिएंगे और मरेंगे तथा अल-कायदा की धुन पर नहीं नाचेंगे। यदि वह ऐसा सोचता है तो वह भ्रम में है। मेरा मानना है कि ऐसा सोचने वाले हमारे देश के मुसलमान के साथ अन्याय कर रहा है।'
अलकायदा का वीडियो सामने आने के बाद केंद्र ने 4 सितंबर को पूरे देश में अलर्ट जारी किया था। वीडियो में भारत के खिलाफ अभियान चलाने की धमकी दी गई थी। इंटेलिजेंस ब्यूरो के प्रारंभिक विश्लेषषण में टेप को असली पाया गया था।
असम में घुसने की फिराक में अलकायदा : गोगोई
आपके विचार
पाठको की राय